(प्रतीकात्मक तस्वीर)
Bhandara News In Hindi: भंडारा जिले के पवनी स्थित पवित्र वैजेश्वर घाट पर 28 अगस्त को पारंपरिक ऋषि पंचमी यात्रा का आयोजन किया गया है। इस विशेष धार्मिक अवसर पर भंडारा, नागपुर, गोंदिया, चंद्रपुर और गड़चिरोली जिलों से लगभग 10 से 15 हजार महिला श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई गई है।
ऋषि पंचमी के दिन महिलाएं पवित्र नदी में स्नान कर सप्तऋषियों – कश्यप, भारद्वाज, विश्वामित्र, जमदग्नि, गौतम, वशिष्ठ और अरुंधति की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करती हैं। इस पूजा में देवधन चावल से तैयार प्रसाद, चावल के सात ढेर, और सुपारी को सप्तऋषियों का प्रतीक मानकर लकड़ी के पिटारे में रखकर विसर्जित किया जाता है। साथ ही तुलसी, पान, रुई, शमी और धोतरा के पत्ते भी अर्पित किए जाते हैं।
इस दिन बैलों की मेहनत से उपजे अन्न का सेवन वर्जित माना जाता है। मान्यता है कि ऋषि वनवास के दौरान केवल कंद-मूल खाकर जीवन यापन करते थे। इसी स्मृति में श्रद्धालु केवल कंदमूल आहार ग्रहण करते हैं और व्रत रखते हैं।
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इस यात्रा की सफलता के लिए वैजेश्वर देवस्थान पंच समिति के साथ-साथ स्थानीय नागरिक, पुलिस प्रशासन, होमगार्ड, नगर पालिका, तहसील कार्यालय, स्वास्थ्य विभाग और गोसी बांध विभाग मिलकर व्यवस्था में जुटे हैं। भीड़ प्रबंधन, स्वच्छता, स्वास्थ्य सेवाएं और जल-व्यवस्था जैसे विषयों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यह यात्रा महिलाओं की धार्मिक आस्था, परंपरा और पर्यावरण चेतना का प्रतीक मानी जाती है और हर साल इसे बड़ी श्रद्धा से मनाया जाता है।