एकजुटता से हटाया सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा
Bhandara News: लाखनी तहसील के कवलेवाड़ा ग्राम पंचायत के अंतर्गत गांव की सीमा से सटी लगभग एक एकड़ सरकारी जमीन पर कुछ नागरिकों ने निजी स्वार्थ के चलते अवैध कब्जा कर लिया था। हालांकि, ग्राम पंचायत और गांव के युवाओं ने एकजुट होकर दूरदर्शिता का परिचय देते हुए सामूहिक पहल की और इस अतिक्रमण को हटा दिया। इसके परिणामस्वरूप यह भूमि अब खेल मैदान और सार्वजनिक उपयोग के लिए मुक्त हो गई है।
दिन-प्रतिदिन गांवों में खाली पड़े भूखंडों पर निजी स्वार्थ के लिए अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। कई स्थानीय जनप्रतिनिधि वोटों की राजनीति के कारण कार्रवाई से पीछे हट जाते हैं। कवलेवाड़ा में भी यह भूखंड कई वर्षों से कब्जे में था और यह ग्रामीणों के लिए लगातार चिंता का विषय बना हुआ था। लेकिन पहल कौन करेगा—यह एक बड़ा सवाल था।
इस स्थिति को देखते हुए गांव के उत्साही युवाओं ने आगे आकर ग्राम पंचायत के सहयोग से श्रमदान किया और व्यक्तिगत अतिक्रमण हटाकर इस भूमि को जनहित में मुक्त कराया। गांव के हित को ध्यान में रखते हुए अब यह मैदान युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए खोल दिया गया है। युवाओं के इस साहसी और प्रेरणादायी उपक्रम की पालांदुर परिसर में व्यापक सराहना हो रही है।
अतिक्रमण हटने के बाद इस मैदान को विकसित करने की मांग तेज हो गई है। ग्राम पंचायत सदस्य डॉ. आशीष गभने ने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराने के लिए मैदान का सौंदर्यीकरण आवश्यक है।
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साथ ही पालांदुर और कवलेवाड़ा में लंबे समय से बगीचे (गार्डन) की मांग लंबित है। इसलिए जनप्रतिनिधियों से अपेक्षा की जा रही है कि इस मुक्त भूखंड पर खेल मैदान और वरिष्ठ नागरिकों की सुविधाओं के लिए आवश्यक निधि जल्द उपलब्ध कराई जाए। ग्राम पंचायत और युवा शक्ति की एकजुटता से मुक्त हुआ यह “हक का मैदान” गांव के स्वस्थ सामाजिक जीवन और सामुदायिक सद्भाव का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनने जा रहा है।