किसानों की फसल बर्बाद (सौजन्य-नवभारत)
Bhandara News: भंडारा जिले के किसानों की खरीफ हंगाम की फसलें अतिवृष्टि की मार झेल रही हैं। जुलाई महीने में हुई भारी बारिश के कारण 2,589.12 हेक्टेयर क्षेत्र की फसलें बर्बाद हो गईं। कृषि विभाग ने पंचनामा पूरा कर शासन से 4 करोड़ 33 लाख 25 हजार 450 रुपये की मदद की मांग की है। लेकिन अब तक किसानों को मुआवजा नहीं मिला है, जिससे 8,283 किसान मदद की प्रतीक्षा में हैं।
जून महीने में बारिश से नुकसान अपेक्षाकृत कम था। पवनी तहसील में 2.50 हेक्टेयर क्षेत्र के आम और केले के बागान को नुकसान हुआ था, जिससे 8 किसानों को 56,250 रुपये का घाटा सहना पड़ा। लेकिन जुलाई की मूसलाधार बारिश ने हजारों किसानों की फसलें चौपट कर दीं। पंचनामे के अनुसार धान, सोयाबीन, सब्जियां, केले सहित कई फसलों को नुकसान पहुंचा।
कई किसानों को दोबारा बुआई करनी पड़ी, जिससे उनका खर्च दोगुना हो गया। सबसे ज्यादा नुकसान पवनी तहसील के किसानों को हुआ है। यहां 5,309 किसानों की 1,296.60 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई और करीब 2 करोड़ 17 लाख 94 हजार रुपये मुआवजे की मांग शासन से की गई है।
तहसील | प्रभावित किसान | प्रभावित क्षेत्र (हे.) | आवश्यक निधि (रुपये) |
---|---|---|---|
भंडारा | 442 | 153.00 | 22,43,745 |
मोहाड़ी | 552 | 160.64 | 27,30,880 |
तुमसर | 697 | 303.41 | 51,57,970 |
पवनी | 5309 | 1296.60 | 2,17,94,000 |
साकोली | 12 | 2.15 | 36,550 |
लाखनी | 133 | 55.34 | 9,40,780 |
लाखांदुर | 1138 | 617.98 | 1,04,21,525 |
कुल | 8283 | 2589.12 | 4,33,25,450 |
अगस्त में विदर्भ के अधिकांश जिलों को अतिवृष्टि का सामना करना पड़ा। भंडारा जिला भी इससे अछूता नहीं रहा। कुल 2,589.12 हेक्टेयर क्षेत्र की फसलें प्रभावित हुईं। प्रशासन ने सर्वे कर 4 करोड़ 33 लाख 25 हजार 450 रुपये का प्रस्ताव शासन को भेजा है। लेकिन अब तक किसानों को कोई राहत नहीं मिली है।
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पिछले महीने हुई भारी बारिश से किसानों की फसलें बर्बाद हो गईं और बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ। जिला परिषद, महसूल और कृषि विभाग ने सर्वे कर प्रस्ताव शासन को भेजा है।
– संगीता माने, जिलाधीक्षक कृषि अधिकारी, भंडारा।