अतिक्रमण हटाते नगर परिषद की टीम (फाइल फोटो)
Bhandara Encroachment News: भंडारा शहर में अतिक्रमण हटाने की मुहिम का मामला किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं लग रहा। कभी शुरू, कभी बंद और फिर से शुरू होने की तैयारी…मानो जैसे शहरवासी अतिक्रमण हटाओ का सीरियल एपिसोड दर एपिसोड देख रहे हों। पिछले महिने 14 अगस्त को नगर परिषद ने पूरे जोश के साथ अतिक्रमण पर डंडा चलाने की तैयारी की थी।
इस दौरान 18 अगस्त को जिला अस्पताल मार्ग और 19 अगस्त को गांधल चौक से पोस्ट ऑफिस चौक का अतिक्रमण हटाने का निर्णय लिया गया। अतिक्रमण हटाओं टीम पूरे दलबल समेत मैदान में उतरी। इस टीम ने पहले दिन राजीव गांधी चौक से मिस्कीन टैंक गार्डन के बीच लगभग 20-25 अतिक्रमण हटाए।
लोग उत्सुकता से देखने लगे कि अब किस-किस का अतिक्रमण हटाया जाएगा। पर अफसोस, यह जोश अगले ही दिन ठंडा पड़ गया। मुहिम अचानक रोक दी गई।
अब सवाल उठने लगे कि आखिर ऐसा क्यों हुआ? शहर के चौराहों से लेकर पानठेलियों तक चर्चा छिड़ गई। कोई कहता है कि राजनीतिक दबाव आ गया होगा तो कोई बोल उठा, चुनाव नज़दीक हैं, नेताओं से बैर कौन ले?
वहीं कुछ चुटकी लेने वालों ने कहा कि अतिक्रमण हटाओ मुहिम शुरू होती है सिर्फ तस्वीर खिंचवाने के लिए, काम पूरा कौन करता है। असल वजह सामने आई तो मामला और भी दिलचस्प निकला। दरअसल, हॉस्पिटल रोड पर एक श्रीगणेश का पंडाल सजाया जा रहा था।
प्रशासन को यह डर सताने लगा कि कहीं धार्मिक माहौल बिगड़ न जाए। पुलिस विभाग ने भी सुझाव दिया कि मंडप हटने के बाद ही कार्रवाई करना ठीक होगा। नतीजा, मुहिम पर ब्रेक लग गया। लेकिन अब खबर है कि नगर परिषद ने फिर से कमर कस ली है। गणेशोत्सव संपन्न हो चुका है, मंडप हट चुका हैं और अब प्रशासन का डंडा फिर से बाज़ार में गूंजने वाला है।
इस बार कहा जा रहा है कि कार्रवाई पूरी ताकत से की जाएगी। अब पुलिस अनुमति का इंतजार किया जा रहा है। शहरवासी भी इस मुहिम को लेकर दो हिस्सों में बंटे नजर आते हैं। एक वर्ग चाहता है कि सड़कें चौड़ी हों, बाजार खुला और साफ-सुथरा दिखे।
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वहीं दूसरा वर्ग, जिनके ठेले और दुकानें सड़क पर फैली रहती हैं, उनका दिल जोर-जोर से धड़क रहा है। कई लोगों ने तो एहतियातन अपना सामान थोड़ा अंदर खिसकाना भी शुरू कर दिया है। इधर, नगर परिषद के अधिकारी साफ कह रहे हैं कि इस बार मुहिम अधूरी नहीं छोड़ी जाएगी।
हालांकि, नागरिकों के मन में अब भी सवाल है कि कहीं फिर से आखिरी वक्त पर कोई नया बहाना तो नहीं बना लिया जाएगा? जो भी हो, भंडारा शहर में अतिक्रमण हटाओ की यह मुहिम अब चर्चा का सबसे गरम विषय बन चुकी है। लोग उत्सुक हैं कि क्या इस बार सचमुच सड़कें चौड़ी दिखेंगी या फिर यह मुहिम भी अधूरी कहानी बनकर रह जाएगी।