कन्हैया विसर्जन के दौरान भी बिजली गुल (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Bhandara News: वर्तमान में शहर में बिजली की आंखमिचौली से आम नागरिकों की समस्याएं बढ़ती ही जा रही है। शनिवार को शाम के समय जब लोग श्रीकृष्ण भगवान की मूर्ति तालाब में विसर्जन कर रहे थे,उस समय भी कुछ समय के लिए बिजली गुल हुई। इस बीच यदि अनहोनी घटना घटित होती तो इसके लिए जिम्मेदार कौन होता? बार बार बिजली गुल होने से एक ओर नागरिकों के कीमती विद्युत उपकरण खराब हो रहे हैं। वहीं उनकी जीवन शैली पर भी इस कटौती का खासा असर पड़ रहा है।
थोड़ी सी बारिश में बार-बार बिजली गुल हो जाना आम बात हो गई है। बिजली के लगातार बढ़ते बिल और उसके बाद कटौती के कारण हो रहा नुकसान जनता के लिए खासा सिरदर्द साबित हो रहा है। बिना बिजली के समय काटना काफी मुश्किल साबित हो रहा है। चंद सेकंद के लिए बार-बार बिजली जाने आने से लोगों के उपकरण भी खराब हो रहे हैं। सुविधा के नाम पर विद्युत विभाग किसी भी प्रकार की कोई जरूरी उपाय योजना और आपूर्ति खंडित करने कोई समयसारणी घोषित नहीं कर रहा है।
एक ओर सारे काम आनलाइन होते जा रहे हैं और दूसरी ओर बिजली विभाग की ओर से किसी भी प्रकार से अपनी सेवाओं को अपग्रेड नहीं करना चिंता का विषय है। बिना किसी हवा, तूफान के चलते ही लाइट गुल हो जाती है जिससे पूरा कामकाज ठप पड़ जाता है। लाइट आते ही किसी तरह से काम को फिर से गति प्रदान की जाती है कि, अचानक फिर से लाइट गुल हो जाती है। बार-बार बिजली का गुल होना समझ से परे है। मेंटेनेंस के लिए घंटों लाइट को बंद की जा रही है। कई लोग जिनका काम वर्क फ्रॉम होम में ही चल रहा है। ऐसे लोगों को काफी समस्याएं हो रही है।
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वर्तमान में दिन एवं रात में अनेक बार बिजली गुल होना आम बात हो गई है। बिजली की इस आंखमिचौली के कारण छोटे – छोटे बच्चों को ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। शहर में कब बिजली आएगी और कब कटेगी इसकी कोई समय सारणी ही नहीं है। बिजली की आंखमिचौली ने लोगों का जीना हराम कर दिया है। बावजूद इसके बिजली विभाग की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। आनलाइन काम लाइट नहीं रहने से घर के अनेक काम जैसे मोटर पानी चढ़ाने से लेकर मोबाइल चार्ज करने तक के सभी काम प्रभावित हो रहे हैं।
बिजली विभाग की ओर से प्रत्येक वर्ष ट्रांसफार्मर दुरुस्त करना,पेड़ो को काटना एवं अन्य मेंटेनेंस के नाम पर निविदा निकाली जाती हैं, लेकिन हकीकत में किसी तरह के काम नहीं किए जाते हैं। इस कारण थोड़ी हवा अथवा बारिश होने पर बिजली गुल हो जाती है। यही नहीं तो कभी कभी मौसम पूरी तरह से साफ होने के बावजूद बार बार बिजली गुल हो रही है।