बिजली विभाग की महिला कर्मचारी (फोटो नवभारत)
Bhandara News In Hindi: भंडारा जिले के महावितरण विभाग में 134 महिला कर्मचारी यानी ‘बिजली कन्या’ कार्यरत हैं। ये केवल कार्यालय में ही नहीं, बल्कि सीधे फील्ड में उतरकर भी अपनी छाप छोड़ रही हैं। इस टीम में 69 महिला तकनीशियन और 13 महिला इंजीनियर हैं। उम्र के हिसाब से ये सभी 25 से 45 वर्ष की सक्रियतम उम्र में हैं।
आपातकालीन मरम्मत, मीटर जांच, तार सुधार, बिजली बिल वसूली, बिजली चोरी रोकथाम, एनर्जी ऑडिट और रखरखाव के बजट, सोलर बिजली जोड़ना, नई योजनाओं का प्रारूप, प्रशिक्षण और समीक्षा बैठक का आयोजन तथा महत्वपूर्ण रणनीतिक निर्णयों में भी इनका योगदान है।
महिला कर्मचारियों ने कई चुनौतियों पर सफलतापूर्वक काबू पाया है। ऊंचे खंभों पर काम करना, बारिश और हवा जैसी प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना, आपातकालीन मरम्मत करना, बिजली बिल वसूली या चोरी जांच के दौरान सामाजिक असंतोष और विवादों को शांतिपूर्वक संभालना, यह उनके मानसिक साहस का प्रतीक है।
घर और परिवार संभालकर दैनिक कार्यों का संतुलन बनाए रखना उनकी दृढ़ता और उत्कृष्ट प्रबंधन कौशल का प्रमाण है। महावितरण विभाग ने भी इनके योगदान की सराहना करते हुए विशेष प्रशिक्षण, उन्नत सुरक्षा उपकरण और मार्गदर्शन प्रदान किया है। काम के स्थान पर महिलाओं की समस्याओं को दूर करने के लिए ‘विशाखा समिति’ सक्रिय रूप से कार्यरत है।
नवदुर्गा उत्सव के इस शुभ अवसर पर, जिले की ये ‘बिजली कन्याएं’ सिर्फ अपने विभाग के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणा हैं। पुरुषप्रधान क्षेत्र में उन्होंने कौशल, नेतृत्व और सामाजिक जिम्मेदारी का जो त्रिवेणी संगम स्थापित किया है, वह भविष्य की हर महिला के लिए मानक है।
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कार्यकारी अभियंता प्रीति फुले ने कहा कि स्त्री ही शक्ति का स्वरूप है। इसलिए हर महिला को अपनी क्षमता पहचाननी चाहिए। काम और परिवार संभालते समय समय का सही प्रबंधन करना ही असली कला है। अपने शौक को न भूलें, एक-दूसरे की मदद लें। इस प्रकार सहयोग की श्रृंखला बनती है।महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है।
नवरात्रि महिला शक्ति का उत्सव है और साथ ही अपने भीतर की शक्ति को उजागर करने का अवसर भी है। इसलिए प्रत्येक महिला को अपनी पहचान, क्षमता और अस्तित्व पर गर्व होना चाहिए।