Santosh Deshmukh
नवभारत डेस्क: मुंबई, तीन मार्च (भाषा) गत दिसंबर में जब महाराष्ट्र के एक गांव के सरपंच संतोष देशमुख को प्रताड़ित किया जा रहा था और उनकी हत्या की जा रही थी, तब हमलावरों ने 15 वीडियो रिकॉर्ड किए थे, आठ तस्वीरें खींची थीं और दो वीडियो कॉल भी किए। पुलिस अधिकारियों ने आरोपपत्र में ये बातें कही हैं। ये वीडियो और तस्वीरें पिछले सप्ताह बीड जिले की एक अदालत में अपराध जांच विभाग (सीआईडी) द्वारा पेश किये गये आरोपपत्र का हिस्सा हैं।
बीड जिले के मासजोग गांव के सरपंच देशमुख को दिसंबर में एक ऊर्जा कंपनी से जबरन वसूली की कोशिश को विफल करने के प्रयास को लेकर अगवा कर लिया गया और उनकी हत्या कर दी गई। इस मामले में अब तक राज्य मंत्री धनंजय मुंडे के करीबी सहयोगी वाल्मिक कराड समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक व्यक्ति को वांछित आरोपी घोषित किया गया है। एक अधिकारी ने आरोपपत्र का हवाला देते हुए बताया कि वीडियो महेश केदार नामक एक आरोपी के स्मार्टफोन से शूट किए गए थे और उनकी अवधि दो सेकेंड से 2.04 मिनट तक है।
बता दें कि बीड के परली शहर में 21 अक्टूबर 2023 को व्यापारी महादेव मुंडे का अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है, हालांकि इस मामले में हाल ही में एक विशेष जांच दल का गठन किया गया है। अब परली शहर में मारे गए व्यापारी महादेव मुंडे की पत्नी ज्ञानेश्वरी मुंडे ने सोमवार को अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी और उन्होंने अपने पति की हत्या के मामले की जांच अपराध जांच विभाग (सीआईडी) को सौंपने की मांग की।
मारे गए व्यापारी की पत्नी ज्ञानेश्वरी मुंडे ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भूख हड़ताल हमारा आखिरी विकल्प है। हम चाहते हैं कि मामला अपराध जांच विभाग (CID) को सौंप दिया जाए और एक विशेष टीम गठित की जाए।
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ज्ञानेश्वरी मुंडे दावा किया कि मामले की जांच कर रहे अधिकारी 10 दिन से छुट्टी पर हैं और किसी ने भी जांच के बारे में कोई विवरण साझा नहीं किया है। उन्होंने ने कहा कि हम कब तक इंतजार करें, 18 महीने बीत चुके हैं। जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता तब तक हमारी भूख हड़ताल जारी रहेगी।