मराठवाड़ा में स्थानीय निकाय चुनाव की तैयारियां तेज। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
छत्रपति संभाजीनगर: राजनीतिक उथल-पुथल के बाद कार्यकर्ता एकजुट हुए और लोकसभा और विधानसभा चुनावों में अपनी-अपनी पार्टियों के लिए जोरदार तरीके से काम किया। उसके बाद अब कार्यकर्ता आने वाले पंचायत समिति और जिला परिषद चुनावों की ओर देख रहे हैं। स्थानीय निकाय चुनाव कब होंगे, इस पर कार्यकर्ता ध्यान दे रहे हैं। देखा जा रहा है कि भूम तालुका में सभी पार्टियां पंचायत समिति और जिला परिषद के लिए तैयारी कर रही हैं, चाहे वे स्वतंत्र हों या महाविकास अघाड़ी का हिस्सा हों या महायुति का हिस्सा हों।
भूम तालुका में जिला परिषद के पांच और पंचायत समिति के दस समूह हैं। तालुका में एनसीपी और शिवसेना की ताकत बराबर है। तालुका पंचायत समिति पर एनसीपी का कब्जा था, लेकिन दो साल के भीतर ही शिवसेना ने तस्वीर बदल दी। शिवसेना पंचायत समिति पर सत्ता लाने में सफल रही। सभी पंचायत समिति तालुका में चुनाव मजबूत नेताओं के इर्द-गिर्द होते हैं। इसलिए, इच्छुक उम्मीदवार उम्मीद करता है कि उसके पास एक मजबूत नेता हो।
तालुका में विधायक डॉ. तानाजी सावंत स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने के लिए शिवसेना का नेतृत्व करेंगे। तालुका में शिवसेना कार्यकर्ताओं की ताकत सभी जिला परिषद समूहों और गणों में दिखाई देती है।
पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष धनंजय सावंत, अण्णासाहेब देशमुख, शिवाजी भोईटे, समाधान सातव, विशाल ढगे, नीलेश शेलवणे, बालासाहेब पाटिल, संजय गढ़वे, प्रवीण देशमुख, रामकिसन गव्हाणे, समाधान भोरे, दत्तात्रेय गायकवाड़ और ग्रामीण क्षेत्रों के अन्य सक्रिय कार्यकर्ता उनके साथ हैं। विधानसभा चुनाव के बाद से ही शिवसेना उद्धव बाला साहेब ठाकरे और शरद चंद्र पवार की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस एक साथ आ गई है। इससे इन दोनों पार्टियों की ताकत बढ़ गई है।
शिवसेना जिला प्रमुख रणजीत पाटिल ने शिवसेना ठाकरे गुट का नेतृत्व बखूबी संभाला है। साथ ही, एनसीपी शरदचंद्र पवार पार्टी के पूर्व विधायक राहुल मोटे भले ही हार गए हों, लेकिन उनके कार्यकर्ताओं ने पिछले पंचायत समिति और जिला परिषद के चुनावों में वलवद, पाथरुड और इट के जिला परिषद समूहों पर दबदबा बनाया था। उस दबदबे को कायम रखने के लिए एनसीपी शरदचंद्र पवार पार्टी के नेताओं को कड़ी मेहनत करनी होगी।
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महाविकास आघाड़ी अगर साथ मिलकर चुनाव लड़ती है तो यह उम्मीदवारी के अवसर देते हुए परीक्षा होगी। उभाठा, कांग्रेस को भी कुछ सीटें देनी होंगी। सड़क से लेकर दिल्ली तक सत्ता में काबिज भाजपा ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रही है। भाजपा के वरिष्ठ नेता बालासाहेब क्षीरसागर को भी तालुका में अपने कार्यकर्ताओं को महायुति में सम्मानजनक सीटें बांटने और सही और वफादार कार्यकर्ताओं को अवसर देने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।
वलवड, पाथरुड, इट, सुक्त, अष्ट, अरसोली, मानकेश्वर, चिंचोली, अंबी, पखारुड। भूम तालुका में शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी के दो समूह हैं, एक समूह आंदोलन और सामाजिक कार्यक्रमों में सक्रिय है, जबकि दूसरा समूह किसी भी तरह के कार्यक्रमों में उनके साथ नहीं दिखता है।