Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़
  • वायरल
  • अन्य
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • करियर
    • धर्म
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Jaipur SMS Hospital |
  • Donald Trump |
  • Bihar Assembly Election 2025 |
  • ICC Women’s Cricket World Cup |
  • Weather Update |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

21वीं पशुगणना पूरी, लेकिन रिपोर्ट लापता, पशुपालन नीति पर पड़ रहा असर

Animal Census: देश की 21वीं पशुगणना मार्च 2025 में पूरी होने के बावजूद अब तक रिपोर्ट जारी नहीं हुई। भंडारा समेत राज्य में पशुपालन नीति निर्धारण में बाधा, केंद्र ने डेटा गोपनीय रखा।

  • By आकाश मसने
Updated On: Oct 06, 2025 | 01:16 PM

प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स: सोशल मीडिया)

Follow Us
Close
Follow Us:

21st Animal Census Report News: नवंबर 2024 में शुरू हुई देश की 21वीं पशुगणना मार्च 2025 में पूरी हो चुकी है। इसके बावजूद सात महीने बीत जाने के बाद भी इसकी अंतिम रिपोर्ट अब तक सार्वजनिक नहीं की गई है। केंद्र सरकार को पूरा डेटा भेजा जा चुका है, लेकिन वह अभी तक गोपनीय रखा गया है। इससे पशुपालन नीति तय करने के लिए आवश्यक आधार उपलब्ध नहीं हो पाया है।

पशुसंवर्धन विभाग ने 25 नवंबर 2024 से यह गणना शुरू की थी। महाराष्ट्र के भंडारा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के 864 गांवों के लिए 81 गणनाकर्मी और 16 पर्यवेक्षक, जबकि शहरी क्षेत्रों के लिए 12 गणनाकर्मी और 2 पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए थे।

प्रत्येक गणनाकर्मी को ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 3,000 परिवारों और शहरी क्षेत्रों में 4,000 परिवारों की गणना की जिम्मेदारी दी गई थी। 21वीं पशुगणना में गाय, भैंस, बकरी, भेड़, घोड़ा, सूअर, मुर्गावर्गीय पक्षी समेत दूध उत्पादन के लिए उपयोग होने वाले उपकरणों को भी शामिल किया गया था।

टैगिंग सिस्टम लागू किया गया

पशुओं की आयु, लिंग और नस्ल की जानकारी के साथ टैगिंग सिस्टम लागू किया गया, जिससे डेटा सीधे मोबाइल ऐप में दर्ज किया जा सका। इस बार भटकते पशुपालकों और उनके पशुओं की भी गणना की गई। ऑनलाइन रिकॉर्डिंग के दौरान नेटवर्क की समस्या आने से कई बार ऑफलाइन पंजीकरण को बाद में ऑनलाइन अपडेट करना पड़ा।

इसी वजह से गणना फरवरी तक पूरी नहीं हो सकी और मार्च के अंत तक जाकर पूर्ण हुई। कई तकनीकी दिक्कतों के बावजूद विभाग ने पशुगणना का काम सफलतापूर्वक पूरा किया।

केंद्र और राज्य सरकार की योजनाएं, जैसे दुग्ध उत्पादन, मांस उत्पादन, कुक्कुट विकास और अन्य प्रकल्पों के आंकड़ों पर आधारित होती हैं। साल 2019 में हुई 20वीं पशुगणना के अनुसार, भंडारा जिले में कुल 3,19,897 पशुधन दर्ज किए गए थे, जिनमें 2,13,036 गायें, 10,686 भैंसें, 3,189 भेड़ें और 3,15,506 मुर्गावर्गीय पक्षी शामिल थे।

पहली बार मोबाइल ऐप से हुई गणना

21वीं पशुगणना पहली बार मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से की गई। इसमें गाय, भैंस, बकरी, भेड़, मुर्गावर्गीय पक्षी, बत्तख, टर्की, सुअर, ऊँट, घोड़ा, गधा, कुत्ता, बिल्ली, खरगोश आदि सभी प्रजातियों की गिनती की गई।

यह भी पढ़ें:- कब सुधरेगा समाज? भारत में चाइल्ड रेप के आंकड़ों ने किया हैरान, महाराष्ट्र, MP और UP टॉप पर

साथ ही गोशालाओं का सर्वेक्षण, भटकते पशुपालकों के पशुओं का पंजीकरण, और सड़क पर घूमने वाले कुत्ते व बिल्लियों की गिनती भी इस गणना में शामिल रही।पशुसंवर्धन विभाग के अनुसार, फिलहाल इस डेटा को गोपनीय रखा गया है और केंद्र सरकार की मंजूरी मिलने के बाद ही इसे सार्वजनिक किया जाएगा।

आंकड़ों की अनुपलब्धता के कारण पशुपालन नीति, निधि वितरण, टीकाकरण, और औषधि आपूर्ति जैसे महत्वपूर्ण निर्णय प्रभावित हो सकते हैं। स्थानीय स्तर पर उम्मीद जताई जा रही है कि यह जानकारी जल्द सार्वजनिक की जाएगी ताकि आगामी योजनाओं के निर्माण में इसका उपयोग हो सके।

निर्देश के बाद ही करेंगे सार्वजनिक

पशुसंवर्धन उपायुक्त डॉ. विलास गाडगे ने कहा कि भंडारा जिले के 864 गांवों में 21वीं पशुगणना मार्च महीने में सफलतापूर्वक पूर्ण की गई है। इसकी विस्तृत रिपोर्ट सरकार को भेजी गई है। केंद्र सरकार के निर्देश के बाद ही यह डेटा सार्वजनिक किया जाएगा।

21st animal census work is complete report not made public

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Oct 06, 2025 | 01:16 PM

Topics:  

  • Bhandara
  • Bhandara News
  • Maharashtra

सम्बंधित ख़बरें

1

BMC चुनाव 2025: मुंबई के 227 वार्डों में चुने जाएंगे पार्षद, मतदाता बनेंगे असली खिलाड़ी

2

यवतमाल प्रशासन को पता नहीं मवेशियों की संख्या, 7 महीने बाद भी पशुधन गणना के आंकड़े नहीं किए घोषित

3

DJ के शोर से टूटे अस्पताल की खिड़कियों के शीशे, मरीज परेशान, प्रशासन की खामोशी पर उठे सवाल

4

भंडारा का सुरक्षा कवच हो मजबूत, शहर में 1 करोड़ रुपए से बनेगा नया फायर स्टेशन, मिली मंजूरी

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • अकोला
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.