
प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स: सोशल मीडिया)
Chhatrapati Sambhajinagar Dengue cases Rise: मानसून के लंबे समय तक चलने के कारण छत्रपति संभाजीनगर में डेंगू के मरीजों की संख्या में फिर से वृद्धि होने की संभावना है। इसे देखते हुए, मनपा के स्वास्थ्य विभाग ने 3 नवंबर से पूरे शहर में व्यापक प्रतिबंधात्मक अभियान चलाने का निर्णय लिया है, यह जानकारी स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पारस मंडलेचा ने दी हर साल मानसून के मौसम में डेंगू के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती है।
इस साल मानसून के लंबे समय तक चलने के कारण डेंगू के मामले धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, 1 जनवरी से 28 अक्टूबर के बीच शहर में कुल 634 संदिग्ध मरीज दर्ज किए गए हैं।
जिनमें से 70 मरीज डेंगू पॉजिटिव पाए गए हैं मानसून का मौसम शुरू होने से पहले ही मनपा के स्वास्थ्य और मलेरिया विभाग ने संयुक्त रूप से शहर में प्रतिबंधात्मक अभियान चलाया था। इस अभियान में सभी जोन कार्यालयों के स्वास्थ्य कर्मियों ने धुओं, दवा का छिड़काव और जमा हुए पानी वाले स्थानों पर खराब तेल डालकर कार्रवाई की।
नागरिकों के घरों का सर्वेक्षण किया गया, जलाशयों की जाँच की गई और मच्छरों के लार्वा नष्ट किए गए यह अभियान पूरे मानसून सत्र में तीन चरणी में चलाया गया, जिससे शहर में बड़े पैमाने पर महामारी फैलने से रोका जा सका।
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों की तुलना में इस वर्ष डेंगू के मामले अपेक्षाकृत कम रहे हैं। हालांकि जून-जुलाई में बारिश रुकी रही, लेकिन अगस्त से लगातार हो रही बारिश के कारण डेंगू के संदिग्ध और पॉजिटिव मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है।
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डॉ. सुमैया नाज ने बताया कि चूंकि बारिश अक्टूबर के अंत तक जारी रहेगी, इसलिए अगले कुछ दिनों में मरीजों की संख्या और बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि नागरिकों को अपने क्षेत्रों में स्वच्छता बनाए रखनी चाहिए, पानी जमा नहीं होने देना चाहिए और मच्छरों के प्रजनन के लिए अनुकूल वातावरण बनाने से बचने के लिए विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
मानसून के मौसम में देरी के कारण डेंगू, मलेरिया और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। इसलिए, मनपा के मलेरिया एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा 3 नवंबर से एक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में धुआँ छिड़काव, दवा छिड़काव, मच्छर नियंत्रण और स्वच्छता गतिविधियां संचालित की जाएगी।
डॉ. मंडलेचा ने कहा कि नागरिक प्रशासन का सहयोग करें, अपने घरों और आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखें और प्रजनन को रोकना ही डेंगू के विरुद्ध लड़ाई का मुख्य हथियार है।






