
प्रतीकात्मक तस्वीर ( सोर्स: सोशल मीडिया )
Sambhajinagar Chikalthana Airport Expansion: छत्रपति संभाजीनगर चिकलथाना हवाई अड्डे के विस्तार के लिए 139 एकड़ भूमि अधिग्रहण के लिए 82.87 करोड़ रुपए की निधि राज्य हवाई अड्डा विकास कंपनी को वितरित करने को सरकार ने हाल ही में मंजूरी दे दी है।
इससे रनवे का विस्तार होने के साथ ही बहुप्रतीक्षित बड़े व अंतरराष्ट्रीय विमानों की उड़ानों का मार्ग संभव हो सकेगा। यह विस्तार चिकलथाना, मुर्तिजापुर व मुकुंदवाड़ी क्षेत्र की कुल 56.25 हेक्टेयर (139 एकड़) भूमि पर किया जाएगा।
भूमि अधिग्रहण एवं अन्य विकास कार्यों संग कुल 578.45 करोड़ रुपए के खर्च को नवंबर 2023 में सरकारी निर्णय के जरिए प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति दी जा चुकी है।
निधि उपलब्ध होने से विस्तार कार्यों को गति मिलने व जनवरी 2026 से भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है। इससे अंतरराष्ट्रीय विमानों की आवाजाही व अधिक यात्री क्षमता वाले विमानों का संचालन संभव होगा। मराठवाड़ा क्षेत्र की विमान सेवा को मजबूती मिलने के साथ ही निवेश व पर्यटन के नए अवसर भी खुलेंगे।
फिलहाल चिकलथाना हवाई अड्डे का रनवे 9,300 फीट लंबा है, जिस पर छोटे व मध्यम आकार के विमान उतरते हैं। जंबो विमानों के लिए 12,000 फीट रनवे आवश्यक होता है।
इसी उद्देश्य से रनवे को विस्तारित किया जाएगा, इसके लिए अतिरिक्त 2,700 फीट भूमि अधिग्रहण जरूरी है। विस्तार के तहत अब 825 मीटर अतिरिक्त रनवे का निर्माण किया जाएगा।
विस्तार को हरी झंडी मिलते ही उद्योग व पर्यटन क्षेत्र में उत्साह का माहौल है। अनुमान है कि इससे 60 से 70 नए उद्योग इस क्षेत्र में आएंगे। टोयोटा, लुब्रीकॉम, जेएसडब्ल्यू ग्रीन मोबिलिटी संग बड़ी कंपनियों के सप्लायर नेटवर्क व करीब 250 उद्योगों की कनेक्टिविटी मजबूत होगी। देश-विदेश के उद्योग विशेषज्ञों का शहर में आना-जाना बढ़ेगा व पर्यटन व औद्योगिक विकास को नई दिशा मिलेगी।
मासिआ के पूर्व अध्यक्ष चेतन राऊत ने इसे शहर के लिए एक स्वर्णिम अवसर करार देते हुए कहा कि इससे बड़े उद्योगों का कच्चा माल यहां पहुंचेगा व ड्राई फ्रूट व अन्य उत्पादों का निर्यात संभव होगा।
यह भी पढ़ें:- अवैध जुआ व शराब से बिगड़ी कानून-व्यवस्था, नागरिक आक्रोशित, आयुक्त व कलेक्टर से सख्त कार्रवाई की मांग
उद्यमियों को इसका पूरा लाभ उठाया जाना चाहिए। अब मराठवाड़ा वास्तव में औद्योगिक दृष्टि से विकसित होगा। भरपूर निधि के लिए राज्य सरकार का आभार मानना चाहिए।






