एसआरपीएफ के कार्यालय में घुसा तेंदुआ (सौजन्यः सोशल मीडिया)
अमरावती: शहर के आसपास के क्षेत्रों में इमारतों और आवासों में तेंदुए की गतिविधियां दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं और अब वन्यजीवों से यह खतरा सीधे राज्य रिजर्व पुलिस बल की इमारत तक पहुंच गया है। शनिवार 21 जून की रात एक तेंदुआ राज्य रिजर्व बल ग्रुप नंबर 9 के कार्यालय भवन में घुसा। सीसीटीवी में तेंदुआ सीढ़ियों पर चढ़ते और दो मंजिला इमारत में घूमते हुए कैद हुआ है। जिसकी वजह से परिसर के नागरिकों में भय का माहौल है।
तेंदुए के अचानक घुसने की सूचना मिलने पर वन विभाग की एक टीम आधी रात को तुरंत मौके पर पहुंच गई। बचाव दल के प्रमुख अमोल गावनेर द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार तेंदुआ एसआरपीएफ कैंप के कार्यालय भवन के आसपास घूमता रहा, फिर सीढ़ियों से उतरकर संत गाडगे बाबा अमरावती विश्वविद्यालय के परिसर से छलांग लगाकर झाड़ियों से भाग गया।
एसआरपीएफ कैंप क्षेत्र से सटे वडाली और पोहरा वन क्षेत्र में तेंदुओं की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। परिणामस्वरूप, इस क्षेत्र में तेंदुए का संचार बढ गया है। कभी-कभी शाम के समय भी तेंदुए सड़क पर या झाड़ियों में दिखाई देते हैं। तेंदुए ने राज्य रिजर्व पुलिस बल कॉलोनी में कई कुत्तों का भी शिकार किया है। इस पृष्ठभूमि में कार्यालय भवन में तेंदुए का प्रवेश खतरे की घंटी माना जाता है, लेकिन सौभाग्य से, ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों पर तेंदुए की नजर नहीं पडी, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था, ऐसा पुलिस उपनिरीक्षक मनीष घोडेस्वार ने बताया।
15 जून को तपोवन क्षेत्र के डॉक्टर कॉलोनी में एक तेंदुए ने भी एक घर के आंगन में छलांग लगा दी और एक कुत्ते का शिकार करने की कोशिश की। यह घटना सीसीटीवी में भी कैद हुई थी. संत गाडगे बाबा अमरावती विश्वविद्यालय, तपोवन, महादेवखोरी और एसआरपीएफ क्षेत्र में तेंदुओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जिससे नागरिकों में भय का माहौल बन रहा है।
क्षेत्र के नागरिकों ने वन विभाग से तत्काल पिंजरा लगाने और तेंदुए की आवाजाही रोकने की मांग की है। इस क्षेत्र में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा प्राथमिक आवश्यकता बन गई है तथा वन विभाग और प्रशासन से तेंदुओं की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग क्षेत्र के नागरिकों ने की है।