आईपीएस जालिंदर सुपेकर का अमरावती से ‘फ्रॉड’ कनेक्शन। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
अमरावती: पुणे में वैष्णवी हगावने आत्महत्या मामले में विवादों में घिरे जेल और सुधार सेवा विभाग के विशेष पुलिस महानिरीक्षक जालिंदर सुपेकर को सरकार ने मुंबई में होमगार्ड के उप महानिदेशक के पद पर स्थानांतरित कर ‘डिमोशन’ कर दिया है। हालांकि, पत्नी उत्पीड़न के मामले में अमरावती सेंट्रल जेल में बंद गायकवाड़ पिता-पुत्र की ‘मांगें’ पूरी न करने और उन्हें मानसिक रूप से परेशान करने के आरोप में सुपेकर ने जेल में बंद 7 लोगों को निलंबित कर दिया था। इससे सुपेकर का अमरावती से ‘धोखाधड़ी’ कनेक्शन फिर से सामने आ गया है।
नागपुर में उप महानिरीक्षक के पद का अतिरिक्त प्रभार संभालते हुए आईपीएस जालिंदर सुपेकर ने 19 अगस्त 2023 को अमरावती जेल का ‘अनौपचारिक’ दौरा किया था। उन्होंने जेल अधिकारियों के सामने ही जेल में बंद पुणे के हाई-प्रोफाइल गायकवाड़ बाप-लेका को निशाना बनाया था। जब वहां 1,100 से अधिक कैदी थे, तब सुपेकर ने केवल गायकवाड़ बाप-लेका से ही मुलाकात क्यों की, यह अब शोध का विषय बन रहा है।
गायकवाड़ को येरवदा से अमरावती क्यों भेजा गया? नानासाहेब गायकवाड़ और उनके बेटे गणेश गायकवाड़ पुणे के येरवदा जेल में पत्नी उत्पीड़न के मामले में बंद थे। लेकिन पिता-पुत्र को अचानक पुणे से अमरावती सेंट्रल जेल में भेज दिया गया। कहा जा रहा है कि अगर इस बात की विशेष जांच की जाए कि यह फैसला किसने और क्यों लिया, तो एक बड़ा ‘धोखाधड़ी’ उजागर हो सकती है।
इन 7 लोगों को निलंबित किया गया। निलंबित किए गए लोगों में अमरावती सेंट्रल जेल के अतिरिक्त अधीक्षक भरत भोसले, वरिष्ठ जेल अधिकारी कमलाकर मिरासे, जेल अधिकारी राजेंद्र राठौड़, मेडिकल स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रमोद राजटकर, कांस्टेबल उल्हास साखरे, महिला कांस्टेबल सरिता सरोदे, प्रतिनियुक्ति जेल अधिकारी संघमित्रा शेलके का समावेश है।
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डॉ. प्रमोद राजटकर, मेडिकल हेल्थ ऑफिसर, नांदुरा ने कहा कि “मेरी स्वास्थ्य रिपोर्ट संतोषजनक नहीं होने का आरोप लगाते हुए मुझे 20 मार्च 2024 को निलंबित कर दिया गया था। हालांकि, उसके बाद आईपीएस जालिंदर सुपेकर को इस गलती का एहसास हुआ और उन्होंने 3 महीने बाद अमरावती में मुझे फिर से ज्वाइन कर लिया। मैंने कोई ‘मांग’ नहीं की थी।”तो वहीं अधिवक्ता निवृत्ति करहाड़ ने कहा कि नागपुर खंडपीठ में रिट याचिका दायर की गई है।
न्यायालय ने जालिंदर सुपेकर, मुक्ताई सालुंखे आदि को नोटिस जारी किया है। नानासाहेब गायकवाड़ की मेडिकल जांच के लिए न्यायालय का आदेश है, लेकिन उसका पालन नहीं किया जा रहा है। जब सुपेकर अमरावती जेल में गायकवाड़ के माता-पिता से मिले, तो उन्होंने साढ़े 3 घंटे तक अंडा बराक में क्या किया, यह सामने आना चाहिए।