प्रतीकात्मक तस्वीर
चांदूर रेलवे (सं). सड़क मामले में दिए गए आदेश को गलत बताते हुए नायब तहसीलदार पर पथराव करने की कोशिश करने और सरकारी काम में बाधा डालने, अभद्र भाषा में गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी देने की घटना चांदूर रेलवे का तहसील कार्यालय में हुई। इस मामले में रामेश्वर रामचन्द्र मुंडवाइक (धनोरा मुगल) के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार लक्ष्मीकांत सीताराम तिवारी चांदूर रेलवे में नायब तहसीलदार (राजस्व) के पद पर कार्यरत है। दोपहर में जब वह हॉल में काम कर रहे थे, तो रामेश्वर रामचन्द्र मुंडवाइक आये और नायब तहसीलदार तिवारी से गाली गलौज करते हुए कहा कि उन्होंने मेरे धनोरा मोघल से पलसखेड़ रोड के मामले में जो आदेश दिया है, वह गलत है। उन्होंने बैग से सफेद दुपट्टे में बंधा पत्थर भी निकाला और लक्ष्मीकांत तिवारी को मारने आए। लेकिन वे पीछे हट गये इसलिये दुपट्टे में बंधा पत्थर उन्हें नहीं लगा। तभी ऑफिस के कुछ कर्मचारियों ने रामेश्वर मुंडवाइक को पकड़ लिया और तिवारी ने पुलिस स्टेशन से पुलिस कर्मियों को बुला लिया। इसके तुरंत बाद पुलिसकर्मी तहसील कार्यालय आये और रामेश्वर मुंडवाइक को हिरासत में लेकर थाने ले गये। लक्ष्मीकांत तिवारी की मौखिक रिपोर्ट के अनुसार, रामेश्वर मुंडवाइक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। आगे की जांच थानेदार अजय आकरे के मार्गदर्शन में पीएसआई नंदलाल लिंगोट द्वारा की जा रही है।
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धनोरा मुगल के किसान रामेश्वर रामचन्द्र मुंडवाइक ने कहा कि दो साल पहले नायब तहसीलदार ने मेरे खेत से पूर्व की ओर रास्ता दिया था। अब 8 दिन पहले एक अन्य किसान को मेरे खेत से होकर पश्चिम दिशा से रास्ता दिया गया। उन्हें मेरी जगह दूसरों को देने का कोई अधिकार नहीं है। जैसे ही मुझे पता चला तो मैं नायब तहसीलदार तिवारी से जवाब मांगने के लिए तहसील कार्यालय गया। लेकिन वह इसका जवाब नहीं दे सके।
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नायब तहसीलदार लक्ष्मीकांत तिवारी के पास चांदूर रेलवे तहसील में खेत की सड़कों से संबंधित कई मामले हैं। लेकिन तहसील कार्यालय क्षेत्र में चर्चा रही कि कई मामलों में उनके फैसले विवादास्पद रहे। पाथरगांव खेत परिसर के साथ-साथ कई अन्य मामलों में भी किसानों का रोना सुनाई दिया कि उन्होंने गलत फैसले दिये। यदि उपरोक्त बात सच है तो राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को अब इस पर ध्यान देना चाहिए।