बाल भिक्षावृत्ति पर अंकुश के लिए विशेष अभियान शुरू (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Amravati Child Begging Control: अमरावती शहर में बढ़ती बाल भिक्षावृत्ति की घटनाओं पर रोक लगाने के उद्देश्य से जिला बाल संरक्षण कक्ष, चाइल्ड हेल्पलाइन, पुलिस विभाग, महानगरपालिका और शिक्षा विभाग के संयुक्त सहयोग से 4 नवंबर, मंगलवार से विशेष अभियान शुरू किया गया। अभियान की शुरुआत मंगलवार सुबह राजकमल चौक और श्याम चौक परिसर से की गई। आने वाले दिनों में इर्विन चौक, गर्ल्स हाईस्कूल चौक, पंचवटी चौक सहित शहर के अन्य भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी इसी तरह की छापेमारी और जांच अभियान चलाया जाएगा।
अभियान के दौरान भीख मांगने वाले बच्चों को बचाया गया, जिन्हें तत्काल बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया। देखभाल और संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों को बालगृहों में दाखिल किया गया है। इन बच्चों की चिकित्सीय जांच और काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, वहीं संबंधित अभिभावकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
इस अभियान में प्रमुख रूप से जिला बाल संरक्षण अधिकारी अजय डबले, काउंसलर आकाश बरवट, महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रतिनिधि हिवराले, शिक्षा विभाग (प्राथमिक) के प्रतिनिधि राजेश नाइक, चाइल्ड हेल्पलाइन समन्वयक पंकज शिंगारे, काउंसलर मीरा राजगुरे, सुपरवाइजर सरिता राऊत, सर्वोदय जेवणे, केस वर्कर अभिजीत ठाकरे और छाया मुकाडे, तथा सिटी कोतवाली पुलिस स्टेशन से निकिता चव्हाण, शिवराज पवार, युसुफ खान और नारायण कवडे उपस्थित थे।
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जनजागरण के तहत शहर के प्रमुख चौकों पर ‘बच्चों को भीख न दें’ ऐसे बैनर लगाए गए हैं। नागरिकों से अपील की गई है कि यदि कहीं बाल भिक्षुक दिखाई दें, तो तुरंत पुलिस नियंत्रण कक्ष, जिला बाल संरक्षण कक्ष या चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर संपर्क करें। जिला बाल संरक्षण अधिकारी अजय डबले ने कहा कि इस अभियान से शहर में बाल भिक्षावृत्ति की घटनाओं पर नियंत्रण में मदद मिलेगी, और आगे भी ऐसी नियमित कार्रवाई जारी रहेगी।