किरीट सोमैया (सौ. नवभारत )
Kirit Somaiya In Amravati: अमरावती जिले में भाजपा नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने गुरुवार को अचलपुर-परतवाड़ा का दौरा कर यहां उजागर हुए फर्जी प्रमाणपत्र मामले की जांच में तेजी लाने के लिए विभिन्न सरकारी अधिकारियों के साथ बैठकें कीं।
सोमैया ने पुलिस और तहसील प्रशासन से 61 फर्जी प्रमाणपत्रों की गहनता से जांच करने और आठ दिनों के भीतर दोषियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की है।
अपने दौरे की शुरुआत में किरीट सोमैया सबसे पहले परतवाड़ा स्थित अचलपुर नगर परिषद कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने मुख्याधिकारी धीरज कुमार से मुलाकात कर इस मामले पर चर्चा की। इसके बाद वे अचलपुर तहसील कार्यालय गए और तहसीलदार डॉ. संजय गरकल के साथ भी इस घोटाले के पहलुओं पर बातचीत की। सोमैया ने अधिकारियों से जोर देकर कहा कि इस मामले की गंभीरता को समझा जाए और दोषियों को बख्शा न जाए।
तहसील कार्यालय के बाद, सोमैया ने अचलपुर पुलिस स्टेशन का रुख किया, जहां उन्होंने उपविभागीय अधिकारी माधव गरुड और थानेदार गजानन म्हेत्रे के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को मामले से संबंधित दस्तावेज सौंपे और कहा कि यह एक संगठित अपराध है, जिसकी तह तक जाना बहुत जरूरी है।
किरीट सोमैया ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उन्हें अचलपुर में 61 फर्जी प्रमाणपत्रों के बारे में जानकारी मिली है, जो धोखाधड़ी का स्पष्ट उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि दस्तावेजों की शुरुआती जांच में ही यह सामने आया है कि इन प्रमाणपत्रों में ट्रांसफर सर्टिफिकेट (टीसी) और आधार कार्ड पर अलग-अलग जन्मतिथियां दर्ज हैं, जो सीधे तौर पर फर्जीवाड़ा है।
सोमैया ने कहा कि वे पिछले आठ महीनों से पूरे महाराष्ट्र में इस तरह के बोगस प्रमाणपत्र घोटालों का पर्दाफाश कर रहे हैं। उनके प्रयासों से अब तक राज्यभर में 1,600 से अधिक फर्जी प्रमाणपत्र सामने आ चुके हैं और संबंधित व्यक्तियों पर कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। उन्होंने अचलपुर के मामले को भी बेहद गंभीर बताते हुए कहा कि यहां भी दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में कोई इस तरह का कृत्य करने का साहस न करे।
सोमैया ने अधिकारियों को साफ निर्देश दिए कि वे आठ दिनों के भीतर जांच पूरी करें और इस रैकेट में शामिल सभी लोगों, चाहे वे सरकारी कर्मचारी हों या अन्य, के खिलाफ एफआईआर दर्ज करें। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय पर कार्रवाई नहीं हुई, तो वे इस मामले को और भी बड़े स्तर पर उठाएंगे।
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इस दौरे से अचलपुर के प्रशासनिक और पुलिस हलकों में हड़कंप मच गया है। अधिकारियों पर अब जल्द से जल्द कार्रवाई करने का दबाव बढ़ गया है। यह देखना बाकी है कि सोमैया के इस हस्तक्षेप के बाद प्रशासन कितनी तेजी से इस घोटाले की जांच को आगे बढ़ाता है और दोषियों को पकड़ने में सफल होता है।