सामाजिक कार्यकर्ता व जाकिरिया फाउंडेशन के अध्यक्ष जावेद जकरिया
President’s Intervention Sought In Aligarh Case: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में धार्मिक तनाव पैदा करने वाली घटना के संबंध में, अकोला के सामाजिक कार्यकर्ता व जाकिरिया फाउंडेशन के अध्यक्ष जावेद जकरिया ने सीधे राष्ट्रपति को एक निवेदन भेजा था। इस निवेदन पर राष्ट्रपति सचिवालय ने गंभीर संज्ञान लेते हुए, इस प्रकरण को कार्रवाई हेतु उत्तर प्रदेश सरकार को अग्रेषित किया है।
अलीगढ़ में कुछ मंदिरों की दीवारों पर ‘I Love Muhammad’ लिखकर धार्मिक वैमनस्य फैलाने और एक समुदाय को उकसाने का प्रयास किया गया था। बाद में पुलिस जांच में यह सामने आया कि यह कृत्य उसी समुदाय के कुछ व्यक्तियों ने निजी भूमि विवाद और व्यक्तिगत रंजिश को धार्मिक रंग देने के उद्देश्य से किया था। जावेद जकरिया ने अपने निवेदन में कहा था कि ऐसी घटनाएं समाज में नफरत, अविश्वास और विभाजन पैदा करती हैं तथा देश की सामाजिक एकता के लिए हानिकारक हैं।
उन्होंने मांग की थी कि धार्मिक उकसावे वाली घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई की जाए और समाज में सद्भाव और शांति बनाए रखने के लिए जनजागरण अभियान चलाए जाएं। इस निवेदन पर कार्रवाई करते हुए राष्ट्रपति सचिवालय की अवर सचिव लक्ष्मी महाराबूशनम ने इस मामले को उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को भेजकर संबंधित मामले में आवश्यक कार्रवाई कर निवेदक को सीधे उत्तर देने के निर्देश दिए हैं।
ये भी पढ़ें : नप-नपं चुनाव के लिए प्रशासन तैयार, 142 स्थानों के लिए होंगे चुनाव, अधिकारियों को सौंपी गई जिम्मेदारी
इस निर्णय पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जावेद जकरिया ने कहा कि “यह मामला केवल अलीगढ़ का नहीं है। यह देश की सामाजिक एकता और शांति की रक्षा का विषय है। धर्म इंसानों को जोड़ता है, तोड़ता नहीं।” अकोला शहर के नागरिक और सामाजिक संगठनों ने जावेद जकरिया की इस पहल का स्वागत किया है। सभी का मानना है कि यह कदम भाईचारा, राष्ट्रीय एकता और सामाजिक सौहार्द को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।