युवक पर लाठी-डंडों से हमला और गोलीबारी (सौजन्यः सोशल मीडिया)
अहिल्यानगर: सोमवार देर रात (2 जून) अहिल्यानगर के तपोवन रोड पर एक युवक के साथ हुई हिंसक घटना ने पूरे इलाके को सकते में डाल दिया है। एक युवक पर लाठी-डंडों से मारपीट करने के बाद पिस्तौल से गोली चलाने की कोशिश की गई। इस गंभीर घटना के बाद तोफखाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, जबकि दो अन्य फरार बताए जा रहे हैं।
पुलिस ने कुल तीन आरोपियों को पकड़ लिया है और बाकी दो की तलाश जारी है। पुलिस के अनुसार, 24 वर्षीय प्रमोद रामदास घोडके, जो दर्गादायरा के ढलानवस्ती इलाके में रहता है, अपने मित्र ओफारस के साथ इंडो आयरिश हॉस्पिटल के पास एक मेडिकल स्टोर से गोलियां लेने गया था। इसी दौरान मयूर फणसे ने उसे रोका और सवाल किया, “तुम ऋषी डवम के साथ क्यों रहते हो?” इस सवाल ने दोनों के बीच तकरार को जन्म दिया।
इसके बाद मयूर ने अपने साथियों आकाश नसाने (25), कुणाल मराठे (30), राहुल सांगळे (35) और भीमराव उगव्हाड (लगभग 55) को बुला लिया। आकाश, कुणाल और मयूर ने मिलकर प्रमोद पर बेरहमी से लाठी-डंडों से हमला किया। भीमराव ने पिस्तौल से प्रमोद और उसके दोस्त की तरफ दो गोलियां चलाईं, जिसमें एक को जानलेवा चोट लगने का खतरा था।
घटना की जानकारी मिलते ही तोफखाना पुलिस निरीक्षक आनंद कोकरे घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की गंभीरता को देखते हुए छानबीन शुरू कर दी। पुलिस ने मयूर, आकाश और कुणाल को उसी रात दबोच लिया। वहीं, गोली चलाने वाले भीमराव और राहुल अभी भी फरार हैं। दोनों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने विशेष टीमें गठित कर दी हैं। पुलिस ने बताया कि भीमराव उगव्हाड पहले भी पांगरमल शराब मामले में आरोपी रह चुका है और जमानत पर बाहर है। पुलिस का मानना है कि आरोपी इस घटना को पूर्व नियोजित तरीके से अंजाम देना चाहते थे।
सहायक पुलिस निरीक्षक उग्ज्यलसिंग राजपूत मामले की जांच कर रहे हैं। पुलिस ने इस वारदात को रोकने और आरोपियों को पकड़ने के लिए तकनीकी और क्षेत्रीय दोनों स्तरों पर कड़ी मेहनत शुरू कर दी है। उन्होंने स्थानीय जनता से अपील की है कि यदि उन्हें आरोपियों के बारे में कोई जानकारी हो तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें। यह घटना अहिल्यानगर में सामाजिक माहौल को खराब करने वाली और कानून व्यवस्था को चुनौती देने वाली है। पुलिस का कहना है कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और वे जल्द ही न्याय के कटघरे में खड़े होंगे।