समय आने पर देंगे मुंहतोड़ जवाब (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Sangamner: गुरुवार को विधायक अमोल खताळ पर हुए हमले के विरोध में शुक्रवार को महायुती की ओर से संगमनेर में मौन मोर्चा निकाला गया। इसके बाद नवनगर रोड पर आयोजित सभा में महाराष्ट्र के पालकमंत्री राधाकृष्ण विखे पाटील ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, अभी तक हमारा संयम कायम है, लेकिन यदि समय आया तो हम भी मुंहतोड़ जवाब देने से पीछे नहीं हटेंगे।सभा के दौरान मंत्री ने पूर्व मंत्री बाळासाहेब थोरात का नाम लिए बिना कहा कि इस हमले का असली सूत्रधार जनता अच्छी तरह पहचान चुकी है।
विखे पाटील ने कहा कि कुछ नेताओं को विधानसभा चुनाव में हुई हार पच नहीं रही। लोकतंत्र में हार-जीत चलती रहती है, लेकिन जनादेश का अपमान करना किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्र में दहशत और गुंडागर्दी का माहौल बनाकर जनता की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है।उन्होंने कहा कि विधायक अमोल खताळ ने इसी अन्याय और गुंडागर्दी के खिलाफ आवाज उठाई है। तालुका को दुष्काल से मुक्त करने के लिए सरकार ने ठोस कदम उठाए हैं। तलेगांव और निमोन क्षेत्र में पानी की समस्या हल करने के लिए बड़े प्रकल्प शुरू हो चुके हैं।
मंत्री ने पुलिस प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि इस हमले की गहराई से जांच होना जरूरी है। यह घटना अचानक नहीं हुई, इसके पीछे एक सोचा-समझा षड्यंत्र है। पुलिस ने यदि जांच में ढिलाई दिखाई तो संबंधित अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि हाल ही में धांदरफल में भी हमला हुआ था। यह घटनाएं विपक्ष की बौखलाहट को दर्शाती हैं। जनता के आशीर्वाद से विधायक खताळ सुरक्षित हैं। आने वाले स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव में भी भगवा झंडा ही लहराएगा।
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मंत्री ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा, कुछ लोग अस्तित्व की आखिरी लड़ाई लड़ रहे हैं। लेकिन केवल दहशत और गुंडागर्दी से अस्तित्व नहीं बचता। तालुका को दहशत से मुक्त करना मेरी जिम्मेदारी है। व्यापारी और आम जनता को डरने की जरूरत नहीं है। सरकार उनके साथ खड़ी है।
सभा में विधायक अमोल खताळ ने कहा, हमले के बावजूद हम एक कदम पीछे नहीं हटेंगे। हमारा लक्ष्य विकास की राजनीति करना है। विरोधियों के असली इरादे जनता के सामने उजागर हो चुके हैं। हम बांगड़ियां पहनकर नहीं बैठे हैं, मेरे कार्यकर्ताओं पर हाथ उठाने से पहले विपक्ष को मुझसे टकराना होगा। सभा में विधायक विठ्ठलराव लंघे, अधिवक्ता श्रीराम गणपुले, जावेद जागीरदार, आप्पा कैसेकर, शौकत जागीरदार, दिनेश फटांगरे, विठ्ठल घोरपड़े, रामभाऊ राहाणे, विनोद सूर्यवंशी, गुलाब भोसले, कैलास कासार, आशीष शेलके सहित सैकड़ों कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद रहे।