शिरडी के साईं बाबा मंदिर चढ़ाया गया सोने का मुकुट व चांदी का हार (सोर्स साेशल मीडिया)
अहिल्यानगर: गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आज शिरडी शहर लाखों भक्तों से भरा हुआ है। देश भर से भक्त श्री साईं बाबा को अपना गुरु मानते हुए उनमें अपनी आस्था व्यक्त करने के लिए आए हैं। साईं बाबा की अनुमति से 1908 में शुरू हुए इस उत्सव की परंपरा 117 वर्षों से चली आ रही है।
इस वर्ष गुरु पूर्णिमा गुरुवार को थी और अनुमान है कि इस दोहरे शुभ अवसर पर लगभग तीन लाख भक्तों ने श्री साईं नाम का जाप करते हुए साईं समाधि के समक्ष मत्था टेका। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण साईं संस्थान द्वारा लगाई गई दर्शन कतार पहली बार सड़क पर फैली हुई नजर आई।
इस अवसर पर साईं समाधि मंदिर, द्वारकामाई, चावड़ी और गुरुस्थान मंदिरों को आकर्षक फूलों से सजाया गया था। श्री साईं बाबा की मूर्ति स्वर्ण आभूषणों से सुसज्जित है और कई भक्तगण बाबा के इस सुंदर रूप को देखकर अभिभूत हो गए। गुरु के चरणों में अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए अनेक श्रद्धालुओं ने यथाशक्ति गुरु दक्षिणा अर्पित की।
एक भक्त ने 59 लाख रुपए मूल्य का 566 ग्राम वजन का सोने का मुकुट चढ़ाया, जबकि एक अन्य भक्त ने 3 लाख 5 हजार रुपए मूल्य का 54 ग्राम वजन का सोने का ब्रोच चढ़ाया। इसके अलावा एक भक्त ने साईबाबा को 2 किलो चांदी का हार भी दान किया। इसके अलावा, श्रद्धालुओं ने दान काउंटरों और दान पेटियों पर भी उदारतापूर्वक दान दिया है।
Shirdi, Maharashtra: On Guru Purnima, devotees offered precious gifts to Sai Baba. A Chennai devotee presented a gold and diamond brooch worth ₹3.05 lakh, while an anonymous devotee donated a 2 kg silver necklace and a ₹59 lakh gold crown pic.twitter.com/17GM3FXnmn — IANS (@ians_india) July 10, 2025
सुबह की प्रार्थना के बाद श्री साईं बाबा की प्रतिमा, पुस्तकें और वीणा के साथ पालखी निकाला गया। संस्थान की तदर्थ समिति की अध्यक्ष और प्रधान जिला न्यायाधीश अंजू शेंडे ने एक पुस्तक, सीईओ गोरक्ष गाडिलकर ने एक वीणा और डिप्टी सीईओ भीमराज दराडे और मैकेनिकल विभाग के प्रमुख अतुल वाघ ने एक मूर्ति लेकर भाग लिया।
इस अवसर पर प्रशासनिक अधिकारी संदीप कुमार भोसले, मंदिर विभाग प्रमुख विष्णु थोरात, जनसंपर्क अधिकारी दीपक लोखंडे, मंदिर के पुजारी, ग्रामीण और साईं भक्त बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। शाम 7।30 बजे गायिका अनुराधा पौडवाल का ‘साईं संध्या’ कार्यक्रम आयोजित किया गया। रात्रि में भगवान के रथ की भव्य शोभायात्रा गांव से निकाली गई।