साईं मंदिर में फिर बम की अफवाह (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Sai Temple Shirdi: श्री साईं बाबा संस्थान को गुरुवार को सुबह 8 बजे एक ईमेल मिला जिसमें साईं मंदिर में बम रखे होने की धमकी दी गई थी। इससे सुरक्षा बलों में हड़कंप मच गया। एहतियात के तौर पर, बम निरोधक दल ने साईं मंदिर की गहन जांच की। लेकिन वास्तव में ऐसा कुछ नहीं मिला। साईं संस्थान को मिले ईमेल में लिखा था, “शिरडी साईं मंदिर के कमरों में चार नाइट्रिक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (ईडी) रखे गए हैं। इन्हें दोपहर 1 बजे सक्रिय किया जाएगा, इसलिए सभी श्रद्धालुओं और कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया जाए।”
हालांकि, संस्थान के सुरक्षा विभाग द्वारा गहन जांच के बाद यह स्पष्ट हो गया कि यह एक शरारत थी। 2 मई को भी ऐसा ही एक ईमेल मिला था, जो भी एक शरारत थी। पुलिस का प्रारंभिक अनुमान है कि यह ईमेल उसी इलाके से या उसी व्यक्ति द्वारा किसी अलग नाम से भेजा गया था।
हालांकि यह ईमेल कल सुबह मिला था, लेकिन सुबह लगभग साढ़े दस बजे कार्यालय खुलने के बाद इसका पता चला। इसके बाद, साईं संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोरक्ष गाडिलकर ने तुरंत पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को सूचित किया। अहिल्यानगर से एक डॉग स्क्वॉड और एक बम निरोधक दल तुरंत शिरडी पहुंच गया। उन्होंने मंदिर परिसर और भक्तों के आवासों की गहन जांच की; लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। यह मेल ‘भगवंत मान’ के नाम से भेजा गया है।
अहिल्यानगर के पुलिस अधीक्षक सोमनाथ घरगे ने शिरडी का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोमनाथ वाकचौरे, उप-अधीक्षक शिरीष वामने, पुलिस निरीक्षक रंजीत गलांडे, सहायक निरीक्षक येसेकर आदि उपस्थित थे।
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इस मामले में, साईं संस्थान के सुरक्षा अधिकारी रोहिदास माली ने शिरडी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। इस धमकी का न तो भक्तों पर कोई असर हुआ और न ही निरीक्षण से कोई परेशान हुआ। मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोरक्ष गाडिलकर ने स्पष्ट किया कि दर्शन व्यवस्था हमेशा की तरह सुचारू और शांतिपूर्ण ढंग से चल रही है।
3 मई को भी शिरडी के साईं बाबा मंदिर संस्थान को धमकी भरा मेल मिला था, जिसमें साई मंदिर को पाइप बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। एक अज्ञात व्यक्ति ने ईमेल के जरिए धमकी दी थी। इससे पहले भी कई बार साई संस्थान को धमकी भरे मेल और पत्र मिल चुके हैं। हालांकि, पहले की घटनाओं में मेल और पत्र फर्जी निकले थे। यह किसी की शरारत है या इसके पीछे कुछ और है? इसकी कोई वजह सामने नहीं आई है। साई संस्थान और पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर है।