प्रतीकात्मक फोटो (सोर्स - ग्रोक एआई)
इंदौर: मध्यप्रदेश के इंदौर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 24 वर्षीय युवक ने कर्ज के बोझ तले दबकर खुद के अपहरण की झूठी कहानी रच डाली। युवक ने अपने पिता से एक लाख रुपये की फिरौती की मांग की ताकि कर्ज चुका सके। भंवरकुआं थाना क्षेत्र के इस मामले में पुलिस ने युवक सतीश गुप्ता और उसके दो दोस्तों- आरुष अरोड़ा और तेजवीर सिंह संधू को गिरफ्तार कर लिया है। एसीपी देवेंद्र सिंह धुर्वे ने बताया कि मामले की गहराई से जांच के दौरान पूरी सच्चाई सामने आई और बेटे की चालाकी का पर्दाफाश हो गया।
पुलिस के अनुसार, सतीश गुप्ता ने अपने दोस्तों के जरिये पिता श्रीराम गुप्ता को फोन करवाया और बताया कि उसका अपहरण हो गया है। फोन पर कहा गया कि उसकी सुरक्षित रिहाई के लिए एक लाख रुपये की फिरौती देनी होगी। जब पुलिस ने जांच शुरू की तो सतीश के दोनों दोस्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ में पता चला कि यह पूरा अपहरण ड्रामा सतीश की ही रची हुई साजिश थी।
जांच में यह भी सामने आया कि सतीश पर उसके महंगे शौक और आईपीएल सट्टेबाजी की वजह से भारी कर्ज चढ़ गया था। इसी दबाव में उसने यह साजिश रची ताकि पिता से पैसे लेकर अपना कर्ज चुका सके। पुलिस अब इस फर्जी अपहरण केस की विस्तृत जांच कर रही है और उसके अन्य गतिविधियों की भी पड़ताल की जा रही है।
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मामले की जांच जारी है और इस पर सख्त कार्रवाई होने के संकेत हैं। एसीपी धुर्वे ने कहा कि ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि क्या सतीश और उसके साथी पहले भी इस तरह के किसी अपराध में शामिल रहे हैं। जल्द ही अदालत में चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
आपको बता दें कि सहायक पुलिस आयुक्त ने संवाददाताओं को बताया कि भंवरकुआं थाना क्षेत्र में रहने वाले सतीश गुप्ता और उसके दो दोस्तों-आरुष अरोड़ा और तेजवीर सिंह संधू को गिरफ्तार किया गया है। धुर्वे के मुताबिक, सतीश ने अपने दोस्तों के जरिये पिता श्रीराम गुप्ता को मंगलवार को फोन कराया कि उसे अगवा कर लिया गया है और उसकी सकुशल रिहाई के बदले उन्हें एक लाख रुपये की फिरौती चुकानी होगी।
ऐजेन्सी इनपुट के साथ