एस्ट्रोनट की जिदंगी (सौ.सोशल मीडिया)
Astronaut Diet Plan: अंतरिक्ष यात्रियों की जिंदगी सामान्य लोगों से अलग होती है क्योंकि वहां पर जीरो ग्रेविटी होती है। इस वजह से डाइट और रहन-सहन में भी खास बदलाव हो जाता है। मिशन के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों को हेल्दी रखा जा सके इसके लिए डाइट और एक्सरसाइज पर ध्यान दिया जाता है। इन दिनों अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की सेहत को लेकर हर कोई सजग है। सच जानने के लिए तैयार रहते हैं कि, अंतरिक्ष यात्रियों की डाइट और एक्सरसाइज कैसी होगी आज हम अपने इस लेख में इन बातों के बारे में ही जानेंगे।
आपको बताते चलें कि, अंतरिक्ष यात्रियों की सेहत मिशन के दौरान अच्छी रहे इसके लिए बहुत ही सोच-समझकर डाइट का प्लान करना चाहिए। यहां पर खाने की क्वालिटी से लेकर पैकिंग तक में ख्याल रखा जाता है। अंतरिक्ष यात्रियों को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं यह जानना बेहद जरूरी है।
पोषण से भरपूर बैलेंस्ड डाइट:
यहां पर अंतरिक्ष यात्रियों का डाइट प्लान बनाते समय इस बात का ध्यान रखना जरूरी होता है दरअसल इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट, विटामिन और मिनरल्स सही मात्रा में होते हैं जो कैल्शियम और विटामिन- डी की पूर्ति करते है इससे हड्डियां भी मजबूत होती है।
खास तरीके से पैक किया गया खाना:
जैसा कि, सभी जानते हैं अंतरिक्ष में जीरो ग्रेविटी होती है इसके लिए खाने को पैक करने के दौरैान इस बात का ध्यान रखना होता है। खाना हवा में तैरने लगे तो परेशानी हो सकती है, इसलिए इसे स्पेशल पैकेट्स में पैक किया जाता है. लिक्विड फूड को ट्यूब्स में रखा जाता है ताकि वे आसानी से ग्रहण किए जा सकें. ठोस खाने को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटा जाता है ताकि वे इधर-उधर न फैलें।
पानी की कमी का रखते हैं ध्यान
यहां पर शरीर में पानी की कमी को बनाएं रखने के लिए पानी की मात्रा को खाना तैयार करते समय बढ़ाया जाता है।खाने को फ्रीज-ड्राई यानी सुखाकर भेजा जाता है और खाने से पहले उसमें पानी मिलाया जाता है. इससे वजन भी कम होता है और खाना लंबे समय तक खराब नहीं होता।
बिना क्रम्ब्स वाला खाना:
अंतरिक्ष यात्रियों के लिए खाने की व्यवस्य़ा करने के दौरान याद रखना जरूरी है कि, ऐसा खाना चुने जिसमें क्रम्ब्स नहीं हो। क्रम्ब्स यानी खाने के छोटे-छोटे टुकड़े हवा में तैर सकते हैं और मशीनों में फंसकर नुकसान पहुंचा सकते हैं. इसलिए ब्रेड की जगह टॉर्टिला जैसी चीजें दी जाती हैं, क्योंकि उनमें क्रम्ब्स नहीं होते
स्पेशल तरीके से बनाए गए ड्रिंक्स:
खाने के अलावा ड्रिंक्स की व्यवस्था भी बेहतर करना जरूरी होता है कहते है कि, यहां पर ड्रिंक्स को स्पेशल स्ट्रॉ वाली पैकिंग में दिया जाता है. कॉफी, जूस और चाय को पाउडर के रूप में भेजा जाता है और इसमें पानी मिलाकर पिया जाता है।
ताजे फल और सब्जियां भी शामिल:
फूड और जूस के अलावा हेल्दी डाइट बने रहे इसके लिए ताजे फल और सब्जियां भी भेजी जाती हैं, लेकिन ये जल्दी खराब हो सकते हैं. इसलिए ज्यादातर फलों को सुखाकर या प्यूरी के रूप में भेजा जाता है, जिससे न्यूट्रिशन बना रहे और वे लंबे समय तक खाए जा सकें।
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सुपाच्य खाना एड करना जरूरी
यहां पर खाने के लेकर किसी प्रकार का ख्याल रखना चाहिए।ज्यादा नमक से शरीर में पानी जमा हो सकता है, जिससे सेहत खराब हो सकती है. इसलिए खाने में कम नमक और स्पाइसी चीजें कम दी जाती हैं