ओवरथिंकिंग (सौ. सोशल मीडिया)
Overthinking Prevent Tips: आजकल हर किसी की जिंदगी उलझी और परेशानियों से भरी हो गई है जहां पर कोई भी व्यक्ति खुशी के दो पल भी निकाल नहीं पाता है। व्यस्त जिंदगी में आराम नहीं मिलने से व्यक्ति खाली समय में ओवरथिंकिंग करने लगता है। यहां पर आजकल तो यह समस्या हर किसी के जीवन में आम हो गई है। पुराने अनुभव या पुराने दौर को याद कर हर कोई व्यक्ति ज्यादा सोचने लगता है औऱ खुद को बोझिल सा पाता है।
इस समस्या से निकलने के लिए व्यक्ति को खुद ही पहल करने की आवश्यकता होती है। इस ओवरथिंकिंग की समस्या से निपटने के लिए कई तरीके काम आते है। जापानियों द्वारा नेचुरली तरीकों से ओवरथिंक को कम करते है। चलिए बात करते है इन तरीकों पर।
1. इचिगो-इचिए (Ichigo Ichie)
भले ही यह नाम सुनने में अजीब लगे लेकिन जापानी भाषा का यह तरीका मददगार होता है। इसका अर्थ होता है कि, हर मुलाकात, हर पल और हर अनुभव जीवन में सिर्फ एक बार आता है इसके लिए पूरी जागरूकता और सम्मान के साथ जीना जरूरी है। इसके लिए चाय या कॉफी पीते समय फोन दूर रखें और स्वाद पर ध्यान दें। दस मिनट के अनुभव को आप आसानी से जी सकते है।
2. शिनरिन-योकू (Shinrin-Yoku)
ओवरथिंकिंग को कम करने के लिए आप इस जापानी तरीके को अपना सकते है। यह एक तरह से नेचर में टहलने की थेरेपी होती है जिसमें फॉरेस्ट बाथिंग भी आता है। अगर आप ओवरथिंकिंग को कम करने के लिए रोजाना 1520 मिनट पार्क या हरियाली में घूमते है तो अच्छा होता है। यहां पर सिर्फ नेचर को महसूस करें. पेड़ों को देखें, उनके रंग, आवाज, हवा सबको नोटिस करें।
3. दानशारी (Danshari)
आप इस जापानी तरीके को भी दैनिक जीवन का हिस्सा बना सकते है ये ओवरथिंकिंग को कम करने का काम करता है। यहां पर दानशारी का अर्थ है कि, जितनी ज्यादा चीजें घर और दिमाग में रखोगे, उतना ही दिमाग उलझेगा। इस तरीके को अपनाते हुए आप अपने कमरे का सिर्फ एक कोना साफ करें. एक साल से इस्तेमाल न हुई चीजें दान करें। फालतू मैसेज को कम करें।
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4-काइजेन (Kaizen)
ओवरथिंकिंग की समस्या को कम करने के लिए आप इस जापानी तरीके को अपना सकते है। यहां पर काइजेने का अर्थ होता है, बड़े बदलावों की बजाय छोटे कदम उठाओ। आप किसी काम में घंटाभर लगाते है तो 10 मिनट में निपटा सकते है। पूरा कमरा साफ करने की जगह सिर्फ टेबल से शुरू करें। इसमें छोटी और अच्छी आदतों को जोड़े।