गर्मी के मौसम में अक्सर तापमान के बढ़ने के साथ कई स्वास्थ्य समस्याएं हो जाती है। इसमें ही फूड पॉइजनिंग का खतरा भी इस मौसम में होता है जिसमें पेट दर्द, उल्टी, दस्त और कमजोरी की शिकायत रहती है। इस समस्या के लिए हम आपको घर में मौजूद कुछ घरेलू उपायों के बारे में जानकारी दे रहे हैं जिनके आराम से दवा की जरूरत नहीं पड़ती है।
ओआरएस या नमक: डायरिया या फूड पॉइजनिंग की समस्या की वजह से शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट की कमी हो जाती है। यहां पर डिहाइड्रेशन के खतरे से बचने के लिए आपको घरेलू नुस्खा अपनाना चाहिए। इसके लिए आप 1 गिलास पानी में 1 चम्मच चीनी और एक चुटकी नमक मिलाकर पिएं। या आप बाजार से ओआरएस घोल लेकर भी पी सकते है।
अदरक का सेवन: फूड पॉइजनिंग की समस्या में आप अदरक नाम औषधि का सेवन कर सकते है। इसके लिए आप एक चुटकी सेंधा नमक के साथ अदरक का रस मिलाकर पिएं या अदरक की चाय लें. इसे दिन में 2 बार लेने से राहत मिल सकती है। आपके पेट की मरोड़ और उल्टी कंट्रोल में रहती है।
तुलसी के पत्ते: आप फूड पॉइजनिंग की समस्या में औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल भी कर सकते है। तुलसी के पत्तों में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं. पेट की सूजन और बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते हैं. तुलसी की कुछ पत्तियों को चबाएं या इसका काढ़ा बनाकर पिएं।
लहसुन का प्रयोग: यहां पर फूड पॉइजनिंग की समस्या में प्राकृतिक एंटीबायोटिक लहसुन का उपयोग कर सकते है। इसके लिए आप खाली पेट लहसुन की एक कली निगलें या इसे गुनगुने पानी में डालकर पिएं। यह उपाय करने से पेट का इंफेक्शन कम होता है और पाचन क्रिया सुधरती है।
केला और दही का सेवन: फूड पॉइजनिंग की समस्या से निपटने के लिए आपको केला और दही का सेवन करना चाहिए। केला पाचन क्रिया को संतुलित करता है, दही में गुड बैक्टीरिया होते हैं, 1 केला मैश करके उसमें दही मिलाएं और दिन में 2 बार खाएं। ऐसा करने से पेट में ठंडक और पाचन क्रिया में सुधार होता है।
नींबू पानी: फूज पॉइजनिंग की समस्या से निजात के लिए आपको नींबू पानी का सेवन करना चाहिए। गुनगुने पानी में नींबू का रस और थोड़ा नमक मिलाकर पिएं. दिन में 2 बार सेवन करें। ऐसा करने से शरीर आपका डिटॉक्स होता है।यह पेट के अंदर जमा विषैले तत्वों को बाहर निकालता है।