अमेरिका ने ईरान पर हमले की डिटेल दी (फोटो- सोशल मीडिया)
वाशिंगटन: अमेरिका ईरान-इजराइल युद्ध में शामिल हो गया है। अमेरिका ने रविवार को तड़के ईरान के तीन न्यूक्लियर साइट्स फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर हवाई हमला कर उसे भारी नुकसान पहुंचाया। इसी अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने ईरान पर किए गए हमले की पूरी जानकारी दुनिया के सामने पेश की है। इसमें बताया गया है कि अमेरिका ने हमले के लिए किन हथियारों का कितना और कैसे इस्तेमाल किया है।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने बताया कि ईरानी न्यूक्लियर साइट्स पर हमला करने के लिए 125 एयरक्राफ्ट को मिशन में शामिल किया गया था। इसमें सात B-2 स्टेल्थ बॉम्बर्स विमान थे। इनके द्वारा ईरान के तीनों न्यूक्लियर साइट्स पर 13,608 किलो वजनी बस्टर बम गिराए गए। ईरान के सबसे अहम परमाणु ठिकाने फोर्डो पर तो बमों की एक पूरी खेप गिरा दी गई।
ईरानी न्यूक्लियर साइट्स पर हमला करने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को धमकी दी। ट्रंप ने हमले के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि हमने ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाकर उन पर बम बरसाए हैं। उन्होंने ईरान को अब अपने परमाणु कार्यक्रमों को बंद करके शांति समझौता कर लेना चाहिए। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो हम इससे भी बड़े हमले करेंगे।
News: @SecDef Hegseth, CJCS Caine Laud Success of U.S. Strike on Iran Nuke Siteshttps://t.co/75Zd3tiNVj
— Department of Defense 🇺🇸 (@DeptofDefense) June 22, 2025
वहीं, ईरान ने अमेरिकी हमलों को अंतरराष्ट्रीय कानूनों के विरुद्ध बताया है। ईरान ने कहा कि अमेरिका ने यह कदम उठाकर हमारी स्वाभिमान को छेड़ने का प्रयास किया है। अमेरिका को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। इस हमले के बाद ईरान को अपनी आत्मरक्षा करने का पूरा अधिकार है। ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली खामेनेई ने अमेरिका के हमले की निंदा करते हुए कहा कि अमेरिका ने सारी हदें पार कर दी हैं। इसकी कीमत अमेरिका को चुकानी पड़ेगी और अब पश्चिम एशिया में हर अमेरिकी नागरिक और सैनिक हमारा निशाना होगा।
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ईरान और इजराइल के बीच संघर्ष दसवें दिन प्रवेश कर गया है। 13 जून से अब तक ईरान में 657 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं ईरान के हमले से इजराइल में अब तक 24 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।