चंद्रपुर बचाओ संघर्ष समिति का बेटी बचाओ, बेटी पढाओ अभियान (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Chandrapur News: चंद्रपुर बचाओ संघर्ष समिति के प्रमुख एवं सामाजिक हितकर प्रकल्प बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अंतर्गत न्यू इंग्लिश हाय स्कूल चंद्रपुर में विद्यार्थियों के लिए साइबर सिक्योरिटी एवं मोबाइल के दुरुपयोग तथा गुड टच बैड टच पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। संस्था के अध्यक्ष डॉ गोपाल मुंधडा के प्रेरणा से यह कार्यक्रम निरंतर शहर के स्कूल एवं कॉलेज के विद्यार्थियों के मार्गदर्शन हेतु आयोजित किया जा रहा है।
प्रकल्प संचालक मोहम्मद जिलानी ने कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए कार्यक्रम के उद्देश्यों और संकल्पों के विषय में सभी को अवगत कराया तथा विद्यार्थियों को किसी विशिष्ट व्यक्तित्व को अपना आदर्श मान के उनके पदचिन्हों पर चलकर अपना भविष्य गढ़ने का आह्वान किया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पुलिस उपनिरीक्षक रोशन इरपाचे ने विद्यार्थी जीवन में शिष्टाचार, संयम और अनुशासनता का महत्व बताया और मोबाइल से होने वाली हानि और उससे जुड़े अपराध से सतर्क कराया।
कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख वक्ता के रूप में चंद्रपुर आकाशवाणी की उदघोषिका और संस्था की सदस्य संगीता लोखंडे ने विद्यार्थियों को नवरात्र में नवदुर्गा के अवतारों को परिभाषित किया एवं विद्यार्थियों को उन्हें आत्मसात करने की प्रेरणा दी। उन्होंने गुड टच बैड टच के विषय पर भी विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया और अपने पसंद के विषय में अपना भविष्य गढ़ने की बात कही। संस्था के अध्यक्ष डॉ गोपाल मुंधडा ने अपने अभिभाषण में विद्यार्थियों को किसी भी तरह के नशे की लत से दूर रहने का अनुरोध किया तथा अपने बहुचर्चित प्रकल्प फिट चिल्ड्रन फिट भारत के माध्यम से विद्यार्थियों को शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक एवं सामाजिक स्वस्थता पर विशेष बल दिया।
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स्कूल की प्राध्यापिका और कार्यक्रम की अध्यक्ष संगीता बैध ने कार्यक्रम की सराहना की और विद्यार्थियों के लिए इस तरह के कार्यक्रमों द्वारा मगर्दशन को समय की मांग बताया। संस्था की अरुणा शिरभैए ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर सुमधुर गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की शिक्षिका आरती श्रावणे ने किया और आभार संस्था की शरयु कुबेर ने माना। कार्यक्रम में संस्था के उपाध्यक्ष डॉ. बी डी पालीवाल, डॉ किरण देशपांडे, सुधाकर कावूडे, क्रांति दहिवड़े, डॉ मिलिंद दाभेरे, अशोक पूर्णय, केशव मेश्राम, मुरलीधर शिरभैए, अरुणा शिरभैए, विजय लोखंडे, आशीष बाला इत्यादि की सहयोगिता एवं उपस्थिति रही।