झारखंड के चक्रधरपुर रेल मंडल पर नक्सली अटैक (फोटो- सोशल मीडिया)
Bimlagarh Railway Naxal Blast: झारखंड के चक्रधरपुर रेल मंडल में एक बार फिर नक्सलियों की बर्बरता सामने आई है। बिमलगढ़ रेलखंड पर पेट्रोलिंग कर रहे दो रेल कर्मचारियों को निशाना बनाकर किए गए बम विस्फोट ने न सिर्फ एक की जान ले ली बल्कि रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस हमले के बाद न केवल रेल संचालन बाधित हुआ है बल्कि कर्मचारियों में भी भारी आक्रोश है। रेलवे यूनियनों ने इसे गंभीर लापवरवाही देते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है और जांच की मांग तेज हो गई है।
घटना शुक्रवार सुबह करीब 10:30 बजे हुई जब ट्रैकमैन एतवा उरांव और बुधराम मुंडा नियमित जांच पर थे। सुबह करीब 6:30 बजे ही नक्सलियों ने ट्रैक पर पहला विस्फोट किया था और चेतावनी के तौर पर लाल बैनर भी लगाए गए थे। इसके बावजूद RPF ने सुरक्षा जांच के बिना ही कर्मचारियों को भेज दिया। दूसरे विस्फोट में एतवा उरांव की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बुधराम मुंडा गंभीर रूप से घायल हो गए।
रेलवे सूत्रों के अनुसार, क्षेत्र पहले से ही नक्सल प्रभावित था और बंद की घोषणा के बाद सुरक्षा सतर्कता और बढ़नी चाहिए थी। लेकिन रेलवे सुरक्षा बल ने पहले विस्फोट और लाल बैनरों को नजरअंदाज किया। बम की चपेट में आकर एतवा उरांव की मौके पर मौत हो गई जबकि बुधराम मुंडा को राउरकेला के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना ने रेलवे में कार्यरत कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
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घटना के बाद दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस कांग्रेस मंडल संयोजक शशि मिश्रा ने रेलवे प्रशासन की घोर लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि नक्सली बंद के दिन कर्मचारियों को फ्रंटलाइन में भेजना बड़ी चूक है। यूनियनों ने सरकार से दोषियों पर कार्रवाई और ट्रैकमैन की सुरक्षा की गारंटी की मांग की है। वहीं, इस हमले के बाद इलाके में रेल परिचालन बाधित हुआ है और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े हो गए हैं। घायल रेलवे कर्मी बुधराम की स्थिति अभी स्थिर बनी हुई है और उनका एक हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।