घटनास्थल पर पुलिस (फोटो- सोशल मीडिया)
Jharkhand Crime News: झारखंड में अपराधी बैखौफ हो गए हैं। बोकारो जिले के बांधडीड स्थित रेलवे साइडिंग पर मंगलवार को बाइक सवार हमलावरों ने गोलियों की बरसात कर दी। इस अंधाधुंध फायरिंग से इलाके में दहशत का माहौल है। हमले में ट्रैक्टर से मिट्टी की ढुलाई कर रहा चालक गंभीर रूप से घायल हो गया है। उसके शऱीर में 4-5 गोलियां लगी हैं। मौके पर मौजूद लोगों ने ट्रैक्टर चालक इलाज के लिए बोकारों के जनरल अस्तपताल पहुंचाया हैं, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। ट्रैक्टर चालक आस्था कंस्ट्रक्शन कंपनी के लिए काम करता है।
घटना के समय मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि दो हथियारबंद अपराधी अचानक रेलवे की साइडिंग पर पहुंची और बिना किसी चेतावनी के अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। हमले में ट्रैक्टर चालक को 4- से 5 गोलियां लगी हैं। वहीं सूचना के बाद मौके पर पहुंचकर पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है।
सूचना के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। चास एसडीपीओ और थाना प्रभारी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। मौके पर मौजूद लोगों से घटना को लेकर बातचीत की। हमलावरों की गिरफ्तार की के लिए आस-पास के इलाकों में छापेमारी शुरू कर दी गई है। मौके से पुलिस ने एक पर्चा बरामद किया है। जिसमें चेतावनी दी गई है। बरामद पर्चे में ठेकेदारी का जिक्र है। उसमें लिखा है कि “महुदा भोजूडीह के अंतर्गत आने वाला कोई भी टेंडर बिना बात किये जो भी ठेकेदार डालेगा उसका अंजाम यही होगा” नीचे धमकी देने वाले का नाम त्यागी जी लिखा है। घटना का अंदाज फिल्मी है। जो गैंग्स ऑफ वासेपुर की याद दिलाता है।
पुलिस का कहना है कि मामले की हर पहलू पर जांच की जा रही है। झारखंड में रेलवे साइडिंग पर गोलीबारी की यह कोई पहली घटना नहीं है। हाल के महीनों में कई जगहों पर इस तरह की वारदात सामने आई हैं। 18 अगस्त को चतरा जिले के पिपरवार में अमन साहू गिरोह के अपराधियों ने राजधर रेलवे साइडिंग के पास एक डंपर पर फायरिंग की थी। इसके बाद कोयले की ट्रांसपोर्टिंग घंटों बाधित रही थी।
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10 जुलाई को लातेहार के टोरी रेलवे कोल साइडिंग पर भी राहुल दुबे गैंग ने हमला किया था। इस दौरान एक हाइवा में आग लगाई गई और गोलीबारी कर दहशत फैलाने की कोशिश की गई। 13 जून को रामगढ़ जिले के भुरकुंडा रेलवे साइडिंग कार्यालय पर राहुल दुबे गैंग ने रंगदारी वसूली के लिए गोलीबारी की थी। इन घटनाओं के पीछे संगठित आपराधिक गिरोह हैं, जो ठेकेदारों और कंपनियों से रंगदारी वसूलने के लिए साइडिंग को निशाना बना रहे हैं। बोकारो की घटना को भी इसी कड़ी से जोड़कर देखा जा रहा है।