जम्मू-कश्मीर के कठुआ में सेना की वर्दी में संदिग्ध गतिविधि
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में उस वक्त सनसनी फैल गई जब दो अज्ञात व्यक्ति सेना की वर्दी में गांव पहुंचे और एक घर में पानी मांगने के बाद खुद को कैम्प लौटता बता कर चले गए। उनकी गतिविधियां सामान्य नहीं लगीं और महिला की सतर्कता से पूरे इलाके में सुरक्षा एजेंसियों ने व्यापक तलाशी अभियान शुरू कर दिया। जंगल, सुनसान इलाके और घर-घर सघन तलाशी की जा रही है। इससे यह संकेत भी हो सकता है कि कहीं आतंकवादी नई रणनीतियों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में घुसपैठ की कोशिश तो नहीं कर सकते हैं।
सेना की वर्दी में संदिग्ध, गांवों में सख्ती
कठुआ के जिस गांव में यह घटना सामने आई, वहां के लोगों को किसी भी अनजान व्यक्ति की सूचना तुरंत पुलिस को देने की सलाह दी गई है। पुलिस और अर्धसैनिक बल ड्रोन, डॉग स्क्वॉड जैसी तकनीक का सहारा ले रहे हैं। घटना को लेकर सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि आतंकी सेना की वर्दी में पहचान छिपाकर ग्रामीण इलाकों में छिपने की कोशिश कर सकते हैं।
क्या देश के भीतर अभी भी खतरे की दस्तक
पानीपत में पकड़े गए संदिग्ध की गिरफ्तारी ने देश के भीतर चल रही संदिग्ध गतिविधियों की ओर ध्यान खींचा है। जांच में सामने आया है कि वह सुरक्षा गार्ड की आड़ में संवेदनशील जानकारियां पाकिस्तान तक पहुंचा रहा था। इस घटनाक्रम से यह साफ है कि खतरा अब सीमाओं तक सीमित नहीं रहा, और हर संदिग्ध गतिविधि पर सतर्क नजर रखना जरूरी है। यह घटनाएं एक साथ सुरक्षा तंत्र को अलर्ट मोड पर ला चुकी हैं और आम लोगों की सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार बनती जा रही है।
वहीं हरियाणा के पानीपत जिले में एक युवक को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी देश के अंदर संवेदनशील जानकारी जुटाकर सीमा पार भेजता था। यह गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा पहले ही हाई अलर्ट पर है। हालांकि इन सारी गतिविधियों पर देश की सुरक्षा ऐजेंसियों की पैनी नजर है इस पर पैनी नजर है।