प्रतीकात्मक तस्वीर (सौजन्य- सोशल मीडिया)
श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले में सोमवार रात सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस की एक टीम पर आतंकवादियों ने गोलीबारी की। सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में रामकोट क्षेत्र के पंजतीर्थी में अभियान जारी है। पिछले आठ दिनों में संबंधित क्षेत्र में सुरक्षाबलों का आतंकवादियों से यह तीसरी बार आमना-सामना हुआ है।
सूत्रों ने बताया कि मुठभेड़ के मद्देनजर रात में घेराबंदी कर दी गई है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जंगल में फंसे तीनों आतंकवादी भाग न सकें। इससे पहले दिन में उपमहानिरीक्षक शिवकुमार शर्मा ने कहा था कि अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक कि अंतिम आतंकवादी का सफाया नहीं कर दिया जाता। उन्होंने सीमा के निकट रहने वाले लोगों से किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना देने का आग्रह किया।
उपमहानिरीक्षक शिवकुमार शर्मा ने रियासी में मीडिया से कहा था कि अभियान जारी है और जब तक एक भी आतंकवादी बचा है, तब तक जम्मू-कश्मीर पुलिस अपने मिशन में लगी रहेगी। हमारा बल आतंकवाद को खत्म करने और जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है। सुरक्षाबलों ने हवाई निगरानी और खोजी कुत्तों की मदद से तीनों की तलाश तेज कर दी है।
बता दें कि पिछले 27 मार्च को कठुआ के सान्याल क्षेत्र में मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए थे और चार पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। इस दौरान एक पुलिस उपाधीक्षक सहित तीन अन्य घायल हो गए थे। इससे पहले 23 मार्च को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास नर्सरी इलाके में आतंकवादियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई, लेकिन आतंकवादी भाग निकले थे।
डीआजी ने कहा कि हमारा मेन इनफॉर्मेशन नेटवर्क तो यहीं के स्थानीय लोग ही हैं। इनसे मिली जानकारी पर ही ज्यादातर कार्रवाई होती है। फोर्स जम्मू-कश्मीर को सुरक्षित रखने के लिए आतंकवाद को खत्म करने के लिए समर्पित है। डीआईजी ने कहा कि सुरक्षा बलों के एक साथ प्रयास करने से ही सफलता मिल रही है।
देश की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें
डीआईजी ने जवान तारिक अहमद की शहादत को सलाम किया। वह शहीद के परिवार से भी मिले जिन्होंने तीन साथियों के साथ बृहस्पतिवार को कठुआ में आतंकवादियों से लड़ते हुए जान गंवा दी थी। उन्होंने कहा, ऐसे बहादुर वीरों की वजह से ही आज जम्मू-कश्मीर में सुरक्षित माहौल बना हुआ है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान अपने कर्तव्य से कभी पीछे नहीं हटेंगे। डीआईजी ने विशेष रूप से पुलिस अधिकारियों बलविंदर, जसवीर और जसवंत की वीरता की सराहना की।