PM मोदी और सीएम योगी
लखनऊ: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी के उत्तराधिकारी बनने के प्रश्न को लेकर बड़ा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि वो एक योगी हैं, जो जनसेवा में समर्पित है। उन्होंने अपनी आध्यात्मिक यात्रा और प्रदेश को लेकर अपनी जिम्मेदारियों पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा मैं एक योगी हूं और मैं एक योगी की तरह ही काम करना चाहता हूं।
सीएम योगी ने आगे कहा कि मां भारती के सेवक के तौर पर मुझे यूपी का दायित्व सौंपा गया, मैं उस भूमिका में काम कर रहा हूं, मुझे अच्छा लगेगा यदि काम करते हुए मुझे गोरखपुर जाने का अवसर मिले. तब मैं अपने योगी धर्म को आगे बढ़ा सकूंगा।
सीएम योगी ने आगे कहा कि उन्हें गोरखपुर लौटने का अधिक उत्साह है, जो कि गोरखनाथ मठ का स्थान है। सीएम योगी ने फिर धर्म की व्यपक अहमियत को समझाया। उन्होंने कहा कि संन्यास को अक्सर दुनिया से विरक्त होकर एकांत को ग्रहण करना समझा जाता है। लेकिन मुझे नहीं लगता है कि ये धर्म मार्ग है. सच्चा धर्म दो चीजों को प्रेरित करता है। एक भौतिक प्रगति और जनकल्याण।
वहीं दूसरा अंतिम आध्यात्मिक संतुष्टि और मोक्ष। सीएम योगी की ओर से भारत के धार्मिक और सांस्कृतिक इतिहास का उदाहरण प्रस्तुत किया गया। इस क्रम में उन्होंने गौतम बुद्ध और आदि शंकराचार्य का भी उल्लेख किया।
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली दौरे के दूसरे दिन रविवार, 9 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच करीब एक घंटे की चर्चा हुई। इसके साथ ही यूपी बीजेपी अध्यक्ष के नाम को लेकर भी सीएम योगी ने पीएम मोदी के साथ चर्चा की। इसके अलावा यूपी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी बातचीत हुई है। वहीं उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ के सफल आयोजन को लेकर भी सीएम योगी ने चर्चा की।