दिग्विजय सिंह, फोटो - सोशल मीडिया
नई दिल्ली : कांग्रेस के सांसद और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने रविवार यानी 09 मार्च को राहुल गांधी से कांग्रेस पार्टी में भाजपा समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। मध्य प्रेदेश के पूर्व मुख्यमंत्री का यह बयान राहुल गांधी के गुजरात में कांग्रेस की संगठनात्मक कमजोरी पर दिए गए बयान के बाद आया है, जहां पार्टी तीन दशकों से सत्ता से बाहर है।
दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर लिखा, “राहुल गांधी कब भाजपा समर्थकों को कांग्रेस से बाहर करेंगे?” राहुल गांधी ने अहमदाबाद में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि कुछ लोग जनता से कटे हुए हैं और उनमें से आधे लोग भाजपा के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने गुजरात में कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं में दो तरह के लोगों का उल्लेख किया। एक वो हैं जो लोगों के साथ खड़े हैं और उनकी समस्याओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जबकि दूसरे वे हैं जो जनता से दूर बैठे हैं और भाजपा के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि जब तक इन दोनों को अलग नहीं किया जाएगा, तब तक लोग गुजरात में कांग्रेस पर विश्वास नहीं करेंगे।
दिग्विजय सिंह ने अपने अनुभव को याद करते हुए बताया कि जब वह मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री थे और गुजरात में चुनाव प्रचार कर रहे थे, तो उन्हें संघ (RSS) के खिलाफ बात करने से मना किया गया था, क्योंकि इससे हिंदुओं की भावना आहत हो सकती थी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और संघ हिंदू धर्म का नाम लेकर लोगों का शोषण कर रहे हैं। दिग्विजय सिंह ने यह भी सवाल उठाया कि कौन से हिंदू संत या शंकराचार्य भाजपा और संघ का समर्थन करते हैं।
उन्होंने भाजपा को एक शोषणकारी संगठन बताते हुए कहा कि भाजपा का उद्देश्य केवल लोगों का शोषण करना और धर्म का सहारा लेकर सत्ता हासिल करना है। दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी की हाल की टिप्पणियों का समर्थन करते हुए उन्हें बधाई दी और कांग्रेस नेताओं को भाजपा समर्थकों को पार्टी से बाहर निकालने की अपील की।
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इसके अलावा, कांग्रेस नेता अमित चावड़ा ने बीते दिन शनिवार को कहा कि गुजरात में कांग्रेस के कार्यकर्ता बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। राहुल गांधी ने गुजरात में अपने दो दिन के दौरे के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और राज्य में भाजपा सरकार की नीतियों की आलोचना की।