जानें भारत के सबसे दर्दनाक विमान हादसों की झलक (कान्सेप्ट फोटो)
अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 टेकऑफ के चंद मिनट बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस भयावह हादसे में विमान में मौजूद 242 लोगों की जिंदगी उजड़ गई। आसमान में उठते धुएं के गुबार और जमीन पर फैले मलबे ने एक बार फिर भारत की विमानन सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। शुरुआती जांच में इंजन की खराबी और पिछले हिस्से में टकराव की आशंका जताई गई है। इस हादसे ने देश को झकझोर दिया है और हमें भारत के उन पुराने दर्दनाक हादसों की याद दिला दी है, जो इतिहास में दर्ज हो चुके हैं।
अहमदाबाद के मेघाणी नगर इलाके में एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर विमान AI-171 के क्रैश होने की घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। लंदन जाने वाली इस फ्लाइट में 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर सवार थे। टेकऑफ के तुरंत बाद हुए इस हादसे में विमान की पिछली संरचना किसी वस्तु से टकरा गई और तकनीकी खराबी सामने आई है। गृह मंत्री अमित शाह ने तुरंत गुजरात के सीएम और अफसरों से बात की, जबकि राहत कार्यों में NDRF और फायर ब्रिगेड जुट गईं। हादसे की जांच जारी है और रिपोर्ट आने के बाद कई अहम जानकारी की उम्मीद की जा रही है। हम जानते है भारत के और कितने बड़े विमान हादसे हुए है जिसमें असहनीय दर्द देश को झेलना पड़ा है-
जापान एयरलाइंस हादसा, दिल्ली (1972)
14 जून 1972 को जापान एयरलाइंस की फ्लाइट 471 दिल्ली के पालम एयरपोर्ट के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। यह विमान बैंकॉक से दिल्ली होते हुए फ्रैंकफर्ट जा रहा था। लैंडिंग के दौरान तकनीकी गलती के कारण विमान नियंत्रण खो बैठा और क्रैश हो गया। इस हादसे में कुल 85 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें कई विदेशी नागरिक शामिल थे।
दिल्ली एयर इंडिया हादसा (1973)
31 मई 1973 को इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट 440 पालम एयरपोर्ट, दिल्ली में खराब मौसम के बीच लैंडिंग के दौरान हादसे का शिकार हो गई। विमान में कुल 65 लोग सवार थे, जिनमें से 48 की मौत हो गई। मुख्य कारण बताया गया कि पायलट को लैंडिंग के समय रनवे सही से नहीं दिखा और विमान बिजली के खंभे से टकरा गया।
मुंबई विमान हादसा (1976)
12 अक्टूबर 1976 को मुंबई से मद्रास (अब चेन्नई) जा रही इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट 171 उड़ान भरने के थोड़ी देर बाद हवा में ही इंजन में आग लगने के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में विमान में सवार सभी 95 लोगों की जान चली गई। यह घटना तकनीकी खराबी के कारण हुई, जिससे पायलट को विमान नियंत्रित करने का समय नहीं मिल पाया।
अरब सागर हादसा (1978)
1 जनवरी 1978 को एयर इंडिया की फ्लाइट 855, मुंबई से दुबई जा रही थी। उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद विमान अरब सागर में गिर गया। दुर्घटना में सवार सभी 213 लोग मारे गए। जांच में पाया गया कि मुख्य पायलट ने दिशा-संकेत प्रणाली को गलत तरीके से पढ़ा, जिससे विमान संतुलन खो बैठा और क्रैश हो गया।
अहमदाबाद एयर क्रैश (1988)
19 अक्टूबर 1988 को इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट IC-113 अहमदाबाद एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गई। रनवे के पास खराब दृश्यता और गलत नेविगेशन सिस्टम के कारण विमान एयरपोर्ट से करीब दो किलोमीटर पहले ही जमीन से टकरा गया। इस हादसे में कुल 133 लोगों की मौत हुई थी।
चरखी दादरी हादसा (1996)
12 नवंबर 1996 को हरियाणा के चरखी दादरी के आसमान में दुनिया की सबसे भयानक एयर कोलिजन हुई, जब सऊदी अरब एयरलाइंस और कजाकिस्तान एयरलाइंस के दो विमान आपस में टकरा गए। दोनों विमानों में कुल 349 लोग सवार थे और कोई भी जीवित नहीं बचा। हादसे की वजह एयर ट्रैफिक कंट्रोल की चूक और एक विमान की गलत ऊंचाई पर उड़ान थी।
पटना विमान हादसा (2000)
17 जुलाई 2000 को एलायंस एयर की फ्लाइट CD-7412, कोलकाता से दिल्ली होते हुए पटना आ रही थी। लैंडिंग के समय विमान रिहायशी इलाके में गिर पड़ा। इस भीषण हादसे में 60 लोगों की मौत हुई, जबकि कई लोग घायल हुए। हादसे की वजह पायलट द्वारा लैंडिंग के दौरान दिशा और गति पर नियंत्रण न रख पाना था।
मंगलौर एयर इंडिया एक्सप्रेस हादसा (2010)
22 मई 2010 को दुबई से आ रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX-812 कर्नाटक के मंगलौर एयरपोर्ट पर लैंडिंग करते समय रनवे से फिसलकर खाई में गिर गई। विमान में कुल 166 लोग सवार थे, जिनमें से 158 की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे की वजह रनवे की छोटी लंबाई, पायलट की देर से ब्रेकिंग और बारिश से बनी फिसलन थी।
कोझीकोड विमान हादसा (2020)
7 अगस्त 2020 को एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX-1344 दुबई से केरल के कोझीकोड एयरपोर्ट पर लैंडिंग के समय रनवे से फिसल गई। विमान दो टुकड़ों में बंट गया। हादसे में 18 लोगों की जान गई और 100 से ज्यादा घायल हुए। भारी बारिश और रनवे पर जलभराव इसकी मुख्य वजह थी।
AN-32 वायुसेना विमान हादसा (2019)
3 जून 2019 को भारतीय वायुसेना का AN-32 परिवहन विमान अरुणाचल प्रदेश की पहाड़ियों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान ने असम से उड़ान भरी थी और उड़ान के 33 मिनट बाद संपर्क टूट गया। कुछ दिनों की खोजबीन के बाद मलबा मिला और सभी 13 जवानों के मारे जाने की पुष्टि हुई। हादसे का कारण खराब मौसम और दृश्यता की कमी था।
जनरल बिपिन रावत हेलीकॉप्टर हादसा (2021)
8 दिसंबर 2021 को भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर तमिलनाडु के कुनूर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। Mi-17V5 हेलीकॉप्टर में 14 लोग सवार थे, जिनमें से सभी की मौत हो गई। खराब मौसम और तकनीकी चूक को इस दुर्घटना का मुख्य कारण बताया गया।
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ग्वालियर फाइटर जेट हादसा (2023)
28 जनवरी 2023 को मध्यप्रदेश के ग्वालियर में दो फाइटर जेट – एक सुखोई-30 और एक मिराज-2000 – अभ्यास उड़ान के दौरान हवा में आपस में टकरा गए। इस हादसे में मिराज का एक पायलट शहीद हो गया, जबकि सुखोई के दोनों पायलट समय रहते इजेक्ट कर सुरक्षित बच गए। यह घटना पायलट समन्वय की तकनीकी चूक का नतीजा थी।