बेटी-बचाओ, बेटी-पढ़ाओ की वर्षगांठ
नई दिल्ली: जहां एक तरफ आज यानी 22 जनवरी को केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय अपनी महत्वाकांक्षी ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान की 10वीं वर्षगांठ व्यापक स्तर पर मनाने जा रहा है। वहीं कई हफ्तों तक चलने वाले इस कार्यक्रम का उद्घाटन समारोह आज यानी बुधवार को यहां विज्ञान भवन में आयोजित किया जाएगा।
आज यह उद्घाटन समारोह नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित होगा। इसमें केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी और राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर भी शामिल होंगी। इस कार्यक्रम में सशस्त्र बलों, अर्धसैनिक बलों और दिल्ली पुलिस की महिला अधिकारी भाग लेंगी। इसके अलावा केंद्रीय मंत्रालयों की उप सचिव और उससे ऊपर के स्तर की महिला अधिकारी भी विज्ञान भवन में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में शामिल होंगी।
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इसके अलावा छात्राओं (माई भारत स्वयंसेवक), आंगनवाड़ी पर्यवेक्षक/कार्यकर्ता और राज्य और जिले के प्रतिनिधियों को भी इस खास कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही इस कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ), संयुक्त राष्ट्र महिला संगठन, संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी), संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए), विश्व बैंक और जर्मन एजेंसी फॉर इंटरनेशनल कोऑपरेशन (जीआईजेड) जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भी भाग लेंगे।
इनके आंगनवाड़ी पर्यवेक्षक/कार्यकर्ता और राज्य और जिले के प्रतिनिधियों को भी इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। यह 10वीं वर्षगांठ का जश्न 22 जनवरी से आगामी 8 मार्च तक चलेगा, जिसका समापन अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर होगा।
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जानकारी दें कि, ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान को 22 जनवरी, 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया था। यह अभियान लिंग असंतुलन और घटते बाल लिंग अनुपात की चिंताजनक स्थितियों के जवाब में शुरू किया गया था।
वहीं आज से शुरु हो रहा यह कार्यक्रम भारत में बालिकाओं की सुरक्षा, शिक्षा और सशक्तिकरण के लिए किए गए अथक प्रयासों के एक दशक का प्रतीक है। यह मील का पत्थर भारत के विकसित भारत 2047 के दृष्टिकोण और महिला विकास से महिला-नेतृत्व वाले विकास की ओर वैश्विक बदलाव के अनुरूप ही है , जिसे भारत की जी20 की अध्यक्षता के दौरान प्राथमिकता दी गई थी और अब ब्राजील की जी20 की अध्यक्षता ने भी इसे अपनाया है। (एजेंसी इनपुट के साथ)