प्रतीकात्मक तस्वीर, फोटो: सोशल मीडिया
Indian Airlines Technical Faults This Year: लोकसभा में सरकार ने बताया कि साल 2025 में अब तक भारतीय विमान सेवाओं में 183 तकनीकी खराबी की रिपोर्ट दर्ज की जा चुकी हैं। हालांकि सरकार का कहना है कि 2024 की तुलना में इसमें लगभग 6 प्रतिशत की गिरावट आई है।
पिछले पांच साल का रुझान अगर देखें तो तकनीकी गड़बड़ियों की संख्या भले घट रही हो, पर आंकड़े अभी भी काफी अधिक हैं। 2024 में कुल 421 तकनीकी गड़बड़ी की घटनाएं सामने आई थीं, जबकि 2023 में यह संख्या 448 थी। 2022 में 528 और 2021 में 514 तकनीकी गड़बड़ियों की शिकायत दर्ज की गई थी।
2025 में अबतक 183 तकनीकी खराबी दर्ज की गई है। लोकसभा में आंकड़े पेश करते हुए सरकार ने बताया कि पिछले साल की तुलना में ये आंकड़ा 6 प्रतिशत कम है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा लोकसभा में एक लिखित उत्तर में बताया गया कि एयर इंडिया समूह की 85 तकनीकी खराबी सामने आई है। इंडिगो, अकासा एयर और स्पाइसजेट ने क्रमशः 62, 28 और 8 तकनीकी खराबी की सूचना दी गई।
अहमदाबाद विमान हादसे के बाद DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) ने विमान सुरक्षा जांच को और सख्त कर दिया है। अब हर तकनीकी गड़बड़ी की बारीकी से जांच की जा रही है और एयरलाइंस को जवाबदेह बनाया जा रहा है। नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू ने लोकसभा में बताया कि पिछले पांच साल में कुल 2094 गंभीर तकनीकी गड़बड़ियों की जांच की गई है। राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोले ने कहा कि 2024 की तुलना में इस साल तकनीकी खराबियों में हल्की गिरावट देखने को मिली है।
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डीजीसीए को यात्रियों से भी लगातार शिकायतें मिल रही हैं। साल 2025 में अब तक कुल 3925 शिकायतें दर्ज की गई हैं तो वहीं साल 2024 में यह संख्या 4016 और 2023 में 5513 रही थी। इसके पहले 2022 में 3782 और 2021 में 4113 यात्री शिकायतें मिली थीं। सरकार ने यह भी बताया कि DGCA के नियम अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन और रोपीय विमानन सुरक्षा एजेंसी के मानकों के अनुरूप हैं। समय-समय पर इन नियमों की समीक्षा कर उन्हें अपडेट किया जाता है। हाल ही में हुए विमान हादसे के बाद यात्रियों की भी सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। सरकार का दावा है कि सुरक्षा मानकों पर और अधिक सतर्कता बरती जा रही है।