प्रतीकात्मक तस्वीर, फोटो: सोशल मीडिया
लोकसभा के एक सदस्य ने प्रश्न पूछा था कि क्या विमान हादसे के बाद एयर इंडिया के पायलटों और फ्लाइट क्रू में बीमारी की छुट्टी लेने की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं? इस पर नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने जवाब देते हुए बताया कि एयर इंडिया के पायलटों की ओर से बीमारी की छुट्टियों में वृद्धि देखी गई है।
खास तौर से 16 जून 2025 को यानी दुर्घटना के चार दिन बाद कुल 112 पायलटों ने बीमारी की सूचना दी। इनमें से 51 कमांडर (P1) और 61 फर्स्ट ऑफिसर (P2) शामिल थे। मंत्री ने बताया कि यह संख्या सामान्य दिनों के मुकाबले कुछ अधिक थी, जिसे सरकार ने गंभीरता से लिया है। मंत्री ने दुर्घटना के बाद फ्लाइट क्रू की ओर से सामूहिक रूप से बीमार होने की सूचना देने की किसी घटना से इनकार किया।
अब पायलटों की छुट्टियों में हुई इस बढ़ोतरी के संदर्भ में नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने यह भी बताया कि डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने फरवरी 2023 में एक मेडिकल सर्कुलर जारी किया था। इसमें सभी एयरलाइनों को सुझाव दिया गया था कि वे पायलटों और एयर ट्रैफिक कंट्रोलरों (ATCOs) के लिए मानसिक स्वास्थ्य पर आधारित विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार करें।
एयर इंडिया की उड़ान संख्या AI-171, जो कि 12 जून को गुजरात के अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए रवाना हुई थी, टेकऑफ के फौरन बाद एक मेडिकल कॉलेज की इमारत से टकरा गई। इस भयानक हादसे में 260 लोगों की मौत हो गई जिनमें विमान में सवार 241 यात्री और चालक दल के सदस्य, तथा 19 जमीन पर मौजूद लोग शामिल थे। केवल एक यात्री बच पाया, जिसे मामूली चोटें आई थीं।
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हादसे की जांच एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट जांच ब्यूरो की तरफ से की जा है। ये नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधीन है। हाल ही में एक प्रारंभिक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें फ्यूल कंट्रोल स्विच बंद होने की वजह से दोनों इंजन बंद होने की संभावना जताई गई है। ठोस नतीजे के लिए विस्तारित रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। एक दूसरे लिखित उत्तर में मंत्री मोहोल ने यह जानकारी भी दी कि वर्तमान में नागरिक उड्डयन मंत्रालय के पास हवाई हादसों से जमीन पर हुए नुकसान के लिए मुआवजा देने की कोई स्पष्ट नीति नहीं है। यह जानकारी अहमदाबाद हादसे में मारे गए उन 19 लोगों के परिजनों के संदर्भ में महत्वपूर्ण है जो विमान के बाहर, जमीन पर थे।