राहुल गांधी (सोर्स:- सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: 23 जुलाई को देश की वित्त मंत्री ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए पूर्ण बजट पेश किया। जिसको लेकर विपक्ष लगातार इसका विरोध कर रहा है। इसी बीच संसद के चल रहे मानसून सत्र के छठे दिन आज विपक्षी नेता राहुल गांधी लोकसभा में बजट पर चर्चा में हिस्सा लिया और बजट 2024 को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर हमला किया।
कांग्रेस दिग्गज नेता और सांसद राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि बजट 2024 मिडिल क्लास को चक्रव्यू में फंसाया गया है। इसके साथ ही राहुल गांधी ने किसानों को लेकर भी केंद्र सरकार का घेराव किया।
बजट सत्र के दौरान मिडिल क्लास को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि बजट से पहले मध्यम वर्ग ने प्रधानमंत्री का साथ दिया था। कोविड के समय में जब थाली बजाने वालों से कहा गया कि बजाओ तो मध्यम वर्ग ने थाली बजाई। जब आपने कहा कि मोबाइल फोन जलाओ तो मध्यम वर्ग ने जलाया। लेकिन आपने मध्यम वर्ग की पीठ और छाती में छुरा घोंपा। अब मध्यम वर्ग आपको छोड़कर यहां आ रहा है।
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राहुल गांधी ने कहा कि जहां मौका मिले, चक्रव्यूह रचो। हम चक्रव्यूह तोड़ने का काम करते हैं। आप चाहते हैं कि भारत छोटे-छोटे डिब्बों में रहे। भारत का गरीब सपने न देखे। आपको अंबानी और अडानी चाहिए, इस पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने टोका। विशेषज्ञ ने उपनेता मनोनयन के पत्र के बाद कहा कि आपके ही नेता ने इस बारे में कागजी कार्रवाई दी है।
मिडिल क्लास पर बोलने से पहले सांसद राहुल गांधी ने किसानों की बात करते हुए सरकार पर भूमि अधिग्रहण कानून को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आपने किसानों के लिए क्या किया, तीन काले कानून। किसान आपसे एमएसपी की कानूनी गारंटी मांग रहे हैं। आपने उन्हें बॉर्डर पर रोक दिया है। किसान मुझसे मिलने यहां आना चाहते थे।
राहुल गांधी के किसानों से मिलने वाली बात को लेकर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने राहुल गांधी को फटकार लगाई। जहां राहुल गांधी के ये कहने पर कि जब मैं वहां गया तो उन्हें आने दिया गया। स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि आप उनसे मिले, इसमें सदन की मर्यादा का उल्लंघन हुआ। सदन में सदस्य के अलावा कोई और बाइट नहीं दे सकता। उन्होंने आपकी मौजूदगी में बाइट दी।
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इस पर राहुल गांधी ने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि किसान क्या चाहते हैं, एमएसपी की कानूनी गारंटी, ये इतना बड़ा काम नहीं है। अगर सरकार बजट में ये कर देती तो किसान चक्रव्यूह से बाहर आ जाते। जो काम आपने नहीं किया, हम किसानों से कहना चाहते हैं कि वो हम करेंगे।
बजट सत्र के दौरान अपने भाषण की शुरुआत करते हुए राहुल गांधी चक्रव्यूह में फंसकर अभिमन्यु के मारे जाने की घटना का जिक्र किया और कहा कि अभिमन्यु के साथ जो किया गया, वही भारत के लोगों के साथ किया जा रहा है। चक्रव्यूह का दूसरा रूप पद्मव्यूह है जो कमलव्यूह में है जिसे मोदीजी अपनी छाती पर रखकर चलते हैं। इस व्यूह को मोदीजी, अमित शाहजी, मोहन भागवतजी, अजीत डोभालजी, अंबानीजी, अडानीजी नियंत्रित कर रहे हैं।