संजय राउत
नई दिल्ली: दिल्ली में यूपीएससी कोचिंग हादसे को लेकर राजनीति तेज हो गई है। जहां राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने से पिछे नहीं हट रही है। बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच छिड़े इस जंग में अब यूबीटी नेता संजय राउत ने एंट्री ली है और बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
हलांकि ये नई बात नहीं है कि जब कोई हादसा होता है तो राजनीतिक पार्टियां हादसे को भूल उसको लेकर अपनी राजनीतिक सीढ़ी बनाने लगती है। आरोप प्रत्यारोप के बीच यूबीटी नेता संजय राउत ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह बहुत दुखद घटना है और इसमें आरोप-प्रत्यारोप नहीं होने चाहिए।
संजय राउत ने इस हादसे को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को दुनिया की चिंता है, लेकिन वह मणिपुर नहीं गए और न ही प्रदर्शनकारी छात्रों से मिले। कुछ लोग महाराष्ट्र में जाति और धर्म के नाम पर मणिपुर जैसा तनाव पैदा करना चाहते हैं। शरद पवार ने जो कुछ भी कहा है, वह सच है और भाजपा विधानसभा चुनाव से पहले दंगे कराना चाहती है।
#WATCH | Old Rajinder Nagar Incident | Shiv Sena (UBT) leader Sanjay Raut says, "It was a very tragic incident…There should be no blame game…They should think about why this incident happened?… We will welcome if any representative from the government will hold talks with… pic.twitter.com/QMMLdqcO5H
— ANI (@ANI) July 29, 2024
इसके साथ ही राउत ने कहा कि उन्हें सोचना चाहिए कि यह हादसा क्यों हुआ? अच्छी बात होती अगर सरकार का कोई प्रतिनिधि जाकर प्रदर्शनकारी छात्रों से मिलता, लेकिन अभी तक किसी जनप्रतिनिधि ने ऐसा नहीं किया।
दिल्ली कोचिंग में हुए हादसे को लेकर अब शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी सरकार का घेराव किया है। जहां उन्होने कहा कि बजट से जुड़े कई मुद्दे हैं जिस तरह से कर निर्धारण का फैसला किया गया है, उससे आम लोगों पर बोझ बढ़ा है, महंगाई से कोई राहत नहीं मिली है। बेरोजगारी के मुद्दे को संबोधित नहीं किया गया है और जिस तरह से बुनियादी ढांचे को नष्ट किया जा रहा है।
इसके साथ ही उन्होने कहा कि जैसा कि पुराने राजेंद्र नगर में हुआ – बेसमेंट में जलभराव के कारण 3 छात्रों की जान चली गई। मैं कहूंगी कि यह मौत नहीं बल्कि हत्या है और यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। हम बजट भाषणों के दौरान उन सभी मुद्दों को उठाएंगे। उन्हें (कोचिंग संस्थानों को) जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए, लेकिन इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों और एमसीडी के लोगों का क्या? इस मुद्दे पर भाजपा जो गंदी राजनीति कर रही है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है, एलजी से लेकर सभी स्तरों पर जवाबदेही तय की जानी चाहिए।”