रेवंत रेड्डी, (मुख्यमंत्री, तेलंगाना)
नवभारत डेस्क : तेलंगाना में काग्रेस की रेवत रेड्डी सरकार पर संकट गहराता दिखाई दे रहा है। पार्टी के 10 विधायकों ने एक गुप्त बैठक की है। माना जा रहा है कि यह बैठक सीएम रेड्डी के खिलाफ की गई। ये वही विधायक हैं जो बीआरएस छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे।
इन्होंने सीएम की कार्यप्रणाली को लेकर कांग्रेस आलाकमान के समक्ष असंतोष भी जाहिर किया था। विधायकों की इस बैठक के बाद नेतृत्व के भीतर चिंताएं बढ़ गई हैं। बताया जाता है मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी पार्टी विधायकों के बीच बढ़ते असंतोष को शांत करने के लिए कमांड कंट्रोल सेंटर में अपने सभी मंत्रियों के साथ बैठक करने वाले हैं।
असंतुष्ट विधायक मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी से नाराज बताए जा रहे हैं। मौके की नजाकत को भांपते हुए मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी ने मुख्यमंत्री द्वारा बुलाई गई बैठक में भाग लेने के लिए अपना पलेयर दौरा रद्द कर दिया।
सीएम रेवंत रेड्डी ने अधिकारियों को बैठक में शामिल नहीं होने का निर्देश दिया है। यह निर्देश पार्टी के अंदर असंतोष की गंभीरता का संकेत देता है। कांग्रेस को चिंता है कि स्थानीय निकाय और एमएलसी चुनाव से पहले विधायकों की किसी भी बगावत से जनता में गलत संदेश जा सकता है।
अगर ये 10 विधायक बगावत करते हैं तो रेवंत रेड्डी की सरकार अल्पमत में आ सकती है। फिलहाल कांग्रेस के पास तेलंगाना में 64 विधायक हैं। विधानसभा में जरूरी बहुमत से सिर्फ 4 अधिक है। वहीं बीआरएस के 39 विधायक हैं। भाजपा के 8 और एआईएमआईएम के 7 विधायक हैं।
कांग्रेस के 10 विधायकों ने विधायक अनिरुद्ध रेड्डी के फार्महाउस पर मुलाकात की। बैठक में नैनी राजेंदर रेड्डी, भूपति रेड्डी, येनम श्रीनिवास रेड्डी, मुरली नाइक, कुचुकुल्ला राजेश रेड्डी, संजीव रेड्डी, अनिरुद्ध रेड्डी, लक्ष्मीकांत, दांती माधव रेडी और बीरला इलैय्या शामिल थे। बताया जा रहा है कांग्रेस अब इन विधायकों से स्पष्टीकरण मांगेगी।
देश की अन्य खबरों की जानकारी पाने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें…
नई दिल्ली में मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कांग्रेस के एक सांसद ने कहा कि विधायकों की बैठक आईटीसी कोहिनूर में हुई थी, किसी फार्महाउस में नहीं. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि डिनर में 10 विधायकों को पहुंचना था लेकिन केवल 8 ही शामिल हुए थे. उन्होंने बगावत की किसी भी संभावना को सिरे से खारिज कर दिया।