शिवराज सिंह चौहान (फोटो-सोशल मीडिया)
Shivraj Singh Chouhan Next BJP President: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान अचानक देश की सियासत और सुरक्षा एजेंसियों के केंद्र में आ गए हैं। खबर है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI उनकी जासूसी कर रही है, जिसके बाद गृह मंत्रालय ने उनकी सुरक्षा टाइट कर दी है। लेकिन सवाल यह है कि हमेशा सौम्य रहने वाले और विवादित बयानों से दूर रहने वाले शिवराज अचानक दुश्मनों या कहें ISI के निशाने पर क्यों और कैसे हैं? सियासी गलियारों में चर्चा तेज है कि क्या यह बढ़ी हुई सुरक्षा और खतरे का इनपुट उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने का पूर्व संकेत है।
गृह मंत्रालय के इनपुट के बाद उनके भोपाल स्थित 74 बंगला आवास और दिल्ली के सरकारी घर के बाहर सुरक्षा का पहरा बेहद सख्त कर दिया गया है। पुलिस ने अतिरिक्त बैरिकेडिंग लगा दी है। शिवराज सिंह चौहान इस जेड प्लस सिक्योरिटी में एनएसजी कमांडो समेत करीब 55 जवान तैनात रहेंगे। लेकिन ISI द्वारा उनकी जानकारी जुटाने और दिलचस्पी दिखाने की खबर ने सबको चौंका दिया है। चूंकि शिवराज का नाम पिछले कुछ दिनों से मीडिया में किसी बड़े विवाद या बयान के चलते चर्चा में नहीं रहा है, इसलिए खतरे का यह इनपुट कौन सी बड़ी घटना की तरफ इशारा कर रहा है। चूंकि वर्तमान में भाजपा की जिम्मेदारी संभाल रहे जेपी नड्डा को भी जेड सुरक्षा पहरा लगा है। तो सोचा जा सकता है कि क्या शिवराज सिंह चौहान ही भाजपा के अगले अध्यक्ष होने वाले है?
भाजपा अध्यक्ष पद को लेकर पार्टी के भीतर काफी समय से मंथन चल रहा है। रेस में भूपेंद्र यादव और धर्मेंद्र प्रधान जैसे दिग्गजों के नाम के साथ शिवराज सिंह चौहान का नाम भी प्रमुखता से लिया जा रहा है। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि ISI का थ्रैट और अचानक जेड प्लस सुरक्षा को और मजबूत करना इस बात का अंदेशा है कि पार्टी उन्हें संगठन की कमान सौंपने जा रही है। जब किसी नेता का कद बढ़ने वाला होता है या उन्हें कोई अति महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जानी होती है, तो अक्सर सुरक्षा समीक्षा की जाती है। ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि शिवराज सिंह चौहान भाजपा के अगले अध्यक्ष हो सकते हैं।
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केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मध्य प्रदेश के डीजीपी और दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त को साफ निर्देश दिए हैं कि सुरक्षा में रत्ती भर भी चूक नहीं होनी चाहिए। पत्र में कहा गया है कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को तुरंत समायोजित करें। स्थानीय पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने दोनों शहरों में उनके सुरक्षा घेरे को लोहे जैसा मजबूत कर दिया है। अब यह सुरक्षा घेरा सिर्फ एक विदेशी खतरे का जवाब है या फिर भाजपा के नए मुखिया की ताजपोशी की तैयारी, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन शिवराज सिंह चौहान का कद निश्चित तौर पर बढ़ा हुआ नजर आ रहा है।