तुतारी चिन्ह का अनावरण (डिजाइन फोटो)
रायगड: आज राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार (Sharad Pawar) के लिए बहुत बड़ा दिन है। क्योकि आज उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार ने अपने चुनाव चिन्ह तुतारी (Tutari) का छत्रपति शिवाजी महाराज के रायगढ़ किले (Raigarh Fort) पर अनावरण किया गया है। यह दिन शरद पवार गुट के लिए बहुत बड़ा दिन है।
गौरतलब हो कि भतीजे अजित पवार के बगावत करने के बाद शरद पवार के हाथ से पार्टी का चिन्ह चला गया था। अब उन्हें चुनाव आयोग ने राष्ट्रवादी ‘तुतारी’ (Tutari) चुनाव चिन्ह आवंटित किया है। आपको बता दें कि महाराष्ट्र की परंपरा और संस्कृति के लिहाज से यह बहुत मजबूत और महत्वपूर्ण चुनाव चिन्ह है जिसकी मराठी मन पर छाप पहले से ही है।
जी हां महाराष्ट्र में हर शुभ कार्य का प्रारंभ तुतारी (तुरही) वादन से होता है। धार्मिक के अलावा लोक संस्कृति या जनहित से जुड़े आयोजनों में भी तुतारी बजाकर कार्यक्रम का श्रीगणेश किया जाता है। इसलिए महाराष्ट्र के लोगों के लिए तुतारी बहुत ही शुभ और महत्वपूर्ण है।
ऐसे में अब लग रहा है कि यह शुभ चुनाव चिन्ह हासिल कर शरद पवार ने अभी से आधी लड़ाई जीत ली है। चुनाव में कई बार चुनाव चिन्ह या इलेक्शन सिंबल अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता ता है जो जनमन को सीधे अपील करता है। ‘मराठी माणुस’ के लिए तुतारी विशेष संदर्भ रखती है। छत्रपति शिवाजी महाराज के समय से यानी ‘जाणता राजा’ की शिवशाही से महाराष्ट्र में तुतारी गूंजती रही है।
शरद पवार की पार्टी को चुनाव आयोग ने पहले ही उनके नाम से पहचान दी। ऐसे में अब चुनाव चिन्ह तुतारी मिलने से शारद पवार की पार्टी और भी मजबूत हो जायेगी, ऐसी संभावना है, क्योंकि महाराष्ट्र में तुतारी का बहुत महत्व है।