
जर्मनी में राहुल गांधी (सोर्स- एक्स @INCOverseas)
Rahul Gandhi: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी बुधवार को जर्मनी की राजधानी बर्लिन पहुंचे। एयरपोर्ट पर इंडियन ओवरसीज कांग्रेस (IOC) के कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। राहुल गांधी का यह दौरा ऐसे समय में हुआ है जब भारत में संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है, जिससे उनकी गैरमौजूदगी को लेकर तीखी राजनीतिक बहस छिड़ गई है।
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अनुसार, राहुल गांधी बर्लिन में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। अपने दौरे के दौरान, वह यूरोप में अलग-अलग पार्टियों के अध्यक्षों से मिलेंगे और भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत करेंगे। इन मुलाकातों में NRI से जुड़े मुद्दों और कांग्रेस पार्टी की विचारधारा को बढ़ावा देने पर ध्यान दिया जाएगा। राहुल गांधी 20 दिसंबर तक जर्मनी में रहेंगे।
बीजेपी ने राहुल गांधी के जर्मनी दौरे को लेकर कांग्रेस पार्टी की आलोचना की है। बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने व्यंग्य करते हुए कहा, “राहुल गांधी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि LoP का मतलब ‘लीडर ऑफ पर्यटन’ है। वह पार्टी करने वाले नेता हैं।” बीजेपी का आरोप है कि संसदीय सत्र के दौरान विदेश यात्रा करना गलत संदेश देता है।
कांग्रेस सूत्रों ने साफ किया कि राहुल गांधी के जर्मनी दौरे की योजना कई महीने पहले बनाई गई थी और उन्हें आधिकारिक चैनलों के ज़रिए आधिकारिक निमंत्रण मिला था। पार्टी का कहना है कि इस यात्रा का मकसद छात्रों, शिक्षाविदों और भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत करना, लोकतंत्र, वैश्विक राजनीति और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा करना है।
जर्मनी से राहुल गांधी की पहली तस्वीर भी सामने आई है, जिसमें वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा के साथ दिख रहे हैं। बताया जा रहा है कि उन्हें जर्मन सरकार से निमंत्रण मिला था। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इस दौरे की योजना संसद के शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले बनाई गई थी।
Leader of the Opposition in the Lok Sabha and Member of Parliament Rahul Gandhi, was received at Berlin Airport, Germany, on his visit from December 15 to 20.
Among others accompanying him are IOC Chairperson Sam Pitroda and IOC Coordinator Rajwinder Singh. pic.twitter.com/BiCrBDLRNA — Indian Overseas Congress (@INCOverseas) December 17, 2025
इस बीच संसद में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MNREGA) का नाम बदलने सहित कई महत्वपूर्ण बिल पेश किए जाने हैं। कांग्रेस पार्टी ने अपने सभी सांसदों को अगले तीन दिनों तक सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया है। हालांकि, इस दौरान राहुल गांधी संसद में मौजूद नहीं रहेंगे।
यह भी पढ़ें: मोदी नहीं…वाजपेयी की वजह से PM नहीं बन पाए आडवाणी, अधूरी ख्वाहिश का पूरा खुलासा, किताब से मचा बवाल
संख्या के हिसाब से राहुल गांधी की गैरमौजूदगी से किसी भी बिल के पास होने या न होने पर कोई असर पड़ने की उम्मीद नहीं है। लोकसभा में कांग्रेस के 99 सांसद हैं, जबकि पूरे विपक्ष के 234 सांसद हैं। इसकी तुलना में, NDA के पास 291 सांसद हैं। इसके बावजूद, बीजेपी ने कांग्रेस पार्टी पर तंज कसने का मौका नहीं छोड़ा है।
व्हिप के कथित उल्लंघन के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि नियम के कुछ अपवाद भी होते हैं। अगर कोई सांसद पहले से सूचना देकर अनुपस्थित रहता है, तो उन पर व्हिप लागू नहीं होता। पार्टी ने कहा कि राहुल गांधी ने जर्मनी जाने से पहले संसदीय कार्यालय को सूचित कर दिया था, और व्हिप उनके जाने के बाद जारी किया गया था, इसलिए उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।






