कॉन्सेप्ट फोटो (सोर्स-सोशल मीडिया)
अमरावती: लाखों लोगों की आस्था के केंद्र तिरुपति तिरुमाला मंदिर को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। प्रसिद्ध मंदिर में मिलने वाले लड्डुओं में मिलावट की बात सामने आई है। राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड ने पुष्टि की है कि लड्डुओं में पशु वसा और मछली का तेल मिलाया जाता है। राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की रिपोर्ट में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। इस खुलासे के बाद राजनीतिक बवाल भी शुरू हो गया है।
बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक तिरुपति मंदिर के लड्डुओं को बनाने में मछली के तेल, बीफ और चर्बी का इस्तेमाल किया गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि इन लड्डुओं को न सिर्फ प्रसाद के तौर पर भक्तों में बांटा गया, बल्कि यही लड्डू भगवान को भी प्रसाद के तौर पर चढ़ाए गए।
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इस मामले पर शिवसेना (यूबीटी) की प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी का बयान सामने आया है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा है कि ‘तिरुपति देवस्थान का लड्डू प्रसादम, जिसे हर श्रद्धालु ने खाया है, उसमें गोमांस, सुअर की चर्बी और मछली का तेल मिला हुआ है, जो हमारी आस्था के खिलाफ एक आपराधिक प्रयास है।’
The Tirupati Devasthan’s laddoo Prasadam, that every believer has had was laced with beef tallow, pig fat, fish oil is an outright criminal attempt against our faith.
Just have no words to express my outrage and whoever is responsible for this needs to be punished severely for… pic.twitter.com/qu80BZIm2L— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) September 19, 2024
उन्होंने पोस्ट में आगे लिखा है कि ‘मेरे पास अपनी नाराजगी व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं हैं और जो भी इसके लिए जिम्मेदार है, उसे भगवान तिरुपति के भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उन पर किसी भी तरह की दया नहीं करनी चाहिए।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने तिरुपति मंदिर के लड्डू में घी की जगह जानवरों की चर्बी के इस्तेमाल का आरोप लगाते हुए पूर्व जगन मोहन रेड्डी सरकार पर निशाना साधा है। नायडू ने दावा किया कि तिरुमाला के लड्डू घटिया सामग्री से बनाए गए थे और घी की जगह चर्बी का उपयोग किया गया। उन्होंने कहा कि अब शुद्ध घी का इस्तेमाल हो रहा है, जिससे गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
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रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि जगन मोहन रेड्डी की सरकार रहने के दौरान प्रसिद्ध तिरुपति लड्डुओं को बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए घी में जानवरों की चर्बी मौजूद थी। रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि घी में मछली का तेल, एनीमल टैलो और उसके अंश मौजूद थे। एनीमल टैलो एक ऐसा पदार्थ है जो जानवारों के ऊतकों से प्राप्त होता है।