प्रशांत किशोर (सौजन्य सोशल मीडिया)
Jan Suraj Leader Prashant Kishore: जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बिहार के 3 बड़े नेता दिलीप जायसवाल, मंगल पांडेय और सम्राट चौधरी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इसके अलावा सीएम नीतीश कुमार के राइट हैंड माने जाने वाले मंत्री अशोक चौधरी पर भी बड़े आरोप लगाए हैं। जिसका असर अब दिखने लगा है। अब बीजेपी और जेडीयू ने इन नेताओं से आरोपों पर सफाई मांगी है।
प्रशांत किशोर ने एनडीए के नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। प्रशांत का यह आरोप सीधे-सीधे नीतीश के ‘थ्री सी’ (क्राइम, करप्शन, कम्युनल) पर एक तरह से प्रहार भी है। अक्सर यह कहा जाता है कि वे क्राइम, करप्शन और कम्युनिज्म से कोई समझौता नहीं करते। प्रशांत किशोर ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर एक हत्या और मेडिकल कॉलेज को हड़प लेने का आरोप लगाया।
इसके साथ ही जदयू के मंत्री अशोक चौधरी पर 200 करोड़ की बेनामी संपत्ति का और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर वर्तमान भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल से पैसे लेकर फ्लैट खरीदने का आरोप लगाया। पीके ने इन सवालों को उठाकर नीतीश की यूएसपी को ही कठघरे में खड़ा कर दिया है। जनसुराज के नायक प्रशांत किशोर ने भ्रष्टाचार के इस तीर से एनडीए के भीतर घमासान तो मचा ही दिया। साथ ही विपक्ष में खड़े तमाम दलों को एक मुद्दा थमा दिया। एनडीए के भीतर इस प्रसंग को लेकर काफी बवाल भी है। प्रवक्ता के रूप में एमएलसी नीरज कुमार ने सवाल उठा कर जनता के बीच पार्टी का पक्ष रखा तो बीजेपी के पूर्व मंत्री आरके सिंह ने भी भर्त्सना करते हुए कई सवाल खड़े कर डाले।
पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने साफ कहा कि प्रशांत किशोर ने जिन नेताओं पर आरोप लगाए हैं उन्हें जवाब देना चाहिए। जवाब नहीं आने से बीजेपी का ग्राफ गिर रहा है। दिलीप जायसवाल को जवाब देना चाहिए। सम्राट चौधरी को अपनी डिग्री दिखानी चाहिए। जायसवाल पर तो प्रशांत किशोर ने हत्या और एक मेडिकल कॉलेज पर अवैध तरीके से कब्जा करने का आरोप लगाया। उन्हें इसका जवाब देना चाहिए। नहीं तो बता दें कि उनके पास कोई जवाब नहीं है। अगर उनके पास कोई जवाब है तो उन्हें मानहानि का मुकदमा करना चाहिए। पीके के आरोप सरकार और पार्टी की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करते हैं।
जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने जदयू के सीनियर मंत्री अशोक चौधरी की ओर से 2 साल में 200 करोड़ की बेनामी संपत्ति जुटा लेने के आरोप पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने चौधरी पर तंज कसते हुए कहा कि खुद को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मानस पुत्र कहते हैं तो प्रशांत के आरोपों पर चौधरी को पूरी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। उन्हें तमाम आरोपों पर बिंदुवार जवाब देना चाहिए। नीरज कुमार ने कहा कि पार्टी को अशोक चौधरी का जवाब चाहिए। कार्यकर्ताओं ने काफी मेहनत और कुर्बानी देकर पार्टी को बनाया है. इसे लुटने नहीं देंगे। नीरज ने कहा कि पार्टी अग्निपरीक्षा से गुजर रही है। इस तरह के गंभीर आरोप पार्टी के किसी मंत्री पर पहली बार लगे हैं। यह सामान्य बात नहीं है।
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प्रवक्ता नीरज कुमार यहीं नहीं रुके। उन्होंने आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव की याद दिलाई और कहा कि जब उन पर आरोप लगे थे तो पार्टी ने उनसे भी जवाब मांगा था। पार्टी को जवाब तो चाहिए क्योंकि यह पार्टी की साख का सवाल है। नीतीश कुमार पर कोई विरोधी भी इस तरह का आरोप नहीं लगा सकता है। नीरज ने कहा कि अशोक चौधरी पर आरोप लगा है, इसलिए पार्टी की ओर से आग्रह है कि वो मीडिया के सामने आकर पूरी सच्चाई बताएं।