पीएम मोदी व राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (सोर्स- एक्स @rashtrapatibhvn)
PM Modi Meets President Droupadi Murmu: पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राष्ट्रपति भवन पहुंचकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में एक बार फिर से कयासों का दौर चल निकला है। क्योंकि आज से ठीक 10 दिन बाद पीएम मोदी 75 साल के होने वाले हैं।
राष्ट्रपति भवन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करके बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। उनकी मुलाकात की एक तस्वीर भी साझा की गई है। यह तस्वीर सामने आते ही सियासी कयासों का बाजार गरमा गया है।
चर्चाओं में पीएम मोदी की इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। कई लोग इसे उनके रिटायरमेंट से जोड़कर देख रहे हैं। क्योंकि 17 सितंबर को पीएम मोदी 75 साल के होने वाले हैं। यही वह टर्मलाइन है जिसके चलते आडवाडी-जोशी समेत कई दिग्गजों को मार्गदर्शक मंडल में डाल दिया गया था।
Prime Minister Shri @narendramodi called on President Droupadi Murmu at Rashtrapati Bhavan. pic.twitter.com/dzTcOjpBp5
— President of India (@rashtrapatibhvn) September 6, 2025
इसके अलावा कुछ दिन पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत के एक बयान ने भी सियासी हलचल पैदा कर दी थी। जब उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान मोरोपंत के बयान का हवाला देते हुए कहा था कि 75 साल की उम्र में रिटायर हो जाना चाहिए।
हालांकि, भागवत ने बाद में यह साफ किया था कि वह बयान उन्होंने मोरपंत के संदर्भ में दिया था। मैंने यह नहीं कहा कि मैं सेवानिवृत्त हो जाऊंगा या किसी और को सेवानिवृत्त होना चाहिए। हम अपने जीवन में किसी भी समय सेवानिवृत्त होने के लिए तैयार हैं और हम संघ के लिए तब तक काम करने के लिए भी तैयार हैं जब तक संघ चाहता है कि हम काम करें।
हालांकि, पीएम मोदी की राष्ट्रपति चीन में आयोजित एससीओ समिट में शिरकत करने के बाद हुई है। आमतौर पर यह होता है कि जब प्रधानमंत्री किसी भी वैश्विक मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने पहुंचते हैं तो वहां से लौटकर राष्ट्रपति को उसके संदर्भ में अवगत कराते हैं।
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इसके अलावा पीएम मोदी ने शनिवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ टेलीफोन पर बातचीत की, जिसमें दोनों नेताओं ने यूक्रेन संघर्ष को जल्द समाप्त करने के प्रयासों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। इस दौरान भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति की भी सकारात्मक समीक्षा की गई।