PM मोदी की हालिया ब्रिटेन यात्रा (फोटो- सोशल मीडिया)
PM Modi foreign visits cost: विदेश मंत्रालय (MEA) ने गुरुवार को संसद को बताया कि भारत ने 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पांच देशों की यात्रा पर 67 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए, और 2021 से 2024 के बीच विदेश यात्राओं पर 295 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए।ये आंकड़े टीएमसी से राज्यसभा सांसद डेरेक ओ’ब्रायन के एक सवाले के लिखित उत्तर में बताए गए।
विदेश मंत्रालय ने 2025 में अब तक पांच देशों – फ्रांस, संयुक्त राज्य अमेरिका, थाईलैंड, श्रीलंका और सऊदी अरब – की यात्राओं पर हुए खर्च का विवरण प्रदान किए, साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि इस वर्ष की गई अन्य नौ देशों की यात्राओं के बिल अभी प्रोसेस में चल रहे हैं। 2025 के लिए सरकार के द्वारा बताए गए आंकड़ों में, फ्रांस की यात्रा पर 25.5 करोड़ रुपये , अमेरिका के लिए 16.5 करोड़ रुपये , थाईलैंड के लिए 4.9 करोड़ रुपये , श्रीलंका के लिए 4.4 करोड़ रुपये और सऊदी अरब के लिए 15.5 करोड़ रुपये खर्च किए गए।
वर्षवार दिए गए आंकड़ो के विवरण से पता चलता है कि प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं पर 2024 में 100 करोड़ रुपये, 2023 में 93 करोड़ रुपये, 2022 में 55 करोड़ रुपये और 2021 में 36 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च हुआ है। अब तक की सबसे महंगी एक तरफ की यात्रा का खर्च संयुक्त राज्य अमेरिका का रहा है, जहां 2021 से अब तक चार यात्राओं पर 74.44 करोड़ से अधिक खर्च हुए। इसके बाद फ्रांस ( तीन यात्राओं पर 41.29 करोड़ रुपये) और जापान ( तीन यात्राओं पर 32.96 करोड़ रुपये) का क्रमश: स्थान पर रहे।
विदेश मंत्रालय ने प्रचार-संबंधी खर्चों के आंकड़े भी उपलब्ध कराए, जिनमें बताया गया कि विदेशों में प्रधानमंत्री के सार्वजनिक कार्यक्रमों के विज्ञापन और प्रसारण पर 1.03 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए गए। इनमें सबसे ज्यादा खर्च मिस्र ( 11.90 लाख रुपये) में हुआ, जबकि कई देशों में इस मामले में कोई भी खर्च नहीं हुआ।
प्रधानमंत्री मोदी के विदेश यात्रा कार्यक्रमों में सामान्य गतिविधियों में द्विपक्षीय बैठकें, प्रवासी भारतीयों के साथ बातचीत, अंतर्राष्ट्रीय शिखर सम्मेलनों में भागीदारी, स्मारक यात्राएं और राजकीय भोज शामिल रहते है।
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वहीं आधिकारिक प्रतिनिधिमंडलों की बात करें तो, प्रधानमंत्री 2024 में 145 अधिकारियों के साथ 16 देशों की यात्रा की हैं। 2025 में अब तक, उन्होंने फ्रांस और अमेरिका में 15-15 प्रतिनिधियों के साथ और थाईलैंड व श्रीलंका में 16 प्रतिनिधियों के साथ, सऊदी अरब और मॉरीशस में 11 प्रतिनिधियों के साथ, और साइप्रस, कनाडा और अर्जेंटीना सहित कई अन्य देशों में 13 से 15 सदस्यों वाले प्रतिनिधिमंडलों के साथ यात्रा की है। इसकी तुलना में, 2023 में उनके साथ 85 अधिकारी 10 देशों में थे तो 2022 में 84 अधिकारियों के साथ आठ देशों और 2021 में 41 अधिकारियों के साथ चार देशों की यात्रा की।