नई दिल्ली: भाजपा ने मंगलवार को झारखंड की नेता सीमा पात्रा (Seema Patra) को पार्टी से निलंबित कर दिया। उन पर आरोप है कि, उन्होंने अपनी घरेलू नौकरानी को घर में बंद कर बेरहमी से प्रताड़ित किया। पता हो कि, पात्रा भाजपा की महिला विंग की राष्ट्रीय कार्यसमिति की सदस्य थीं। वहीं, उनके पति महेश्वर पात्रा एक सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हैं।
उल्लेखनीय है कि, जब घरेलू सहायिका ने उन पर अत्याचार का आरोप लगाते हुए वीडियो वायरल किया, तब झारखंड भाजपा प्रमुख दीपक प्रकाश ने सुश्री पात्रा के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया।
रूह कांपने वाले इस वीडियो में आप देख सकते है कि, सुनीता नाम की महिला अस्पताल के बिस्तर पर नजर आ रही है। उसके कई दांत गायब दिख रहे हैं, और वह बैठने में असमर्थ है। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि उसके शरीर पर चोट के निशान बार-बार हमले की ओर इशारा करते हैं। इस वीडियो के वायरल होने के बाद कई लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और भाजपा महिला नेता की गिरफ्तारी की मांग की है।
#रांची में दिव्यांग युवती को 8 साल तक बंधक बनाया गया। आरोप है कि #बीजेपी नेत्री #सीमा पात्रा ने घरेलू कामकाज के लिए #दिव्यांग को प्रताड़ित किया। पुलिस ने आवास पर पहुंचकर 29 साल की युवती को मुक्त कराया। युवती का इलाज किया जा रहा है।#JharkhandNews #RANCHI #Seemapatra pic.twitter.com/umCeTAZeEK — Vishant Shrivastav (@VishantShri) August 30, 2022
झारखंड के गुमला की रहने वाली सुनीता अब 29 साल की हैं। उन्हें करीब 10 साल पहले पात्रा परिवार ने नौकरी दी थी। उनकी बेटी वत्सला काम के सिलसिले में दिल्ली जा रही थी, तब सुनीता उसकी मदद के लिए साथ गई। करीब चार साल पहले वत्सला और सुनीता रांची लौटे थे।
पीड़ित सुनीता ने आरोप लगाया है कि, पिछले छह वर्षों के दौरान निलंबित भाजपा नेता द्वारा उसे क्रूर यातनाएं दी गईं। भारी दर्द के बीच बोलते हुए, सुनीता वीडियो में याद करती है कि उसे गर्म तवे और डंडों से पीटा गया था और उसके दांत टूट गए थे। उसे फर्श से पेशाब चाटने के लिए भी कहा गया। सुनीता ने कहा कि उन्हें ‘सजा’ देकर प्रताड़ित किया गया था, लेकिन उसे खुद ये नहीं पता था कि उसकी गलतियां क्या थी।
पीड़िता ने बताया कि, सीमा पात्रा के बेटे आयुष्मान ने उनकी मदद की थी। सुनीता कहती हैं, “उसकी वजह से ही मैं जिंदा हूं।” रिपोर्ट्स के मुताबिक, आयुष्मान ने ही सुनीता का हाल एक दोस्त को बताया और उनसे मदद मांगी। उसके दोस्त ने तब पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद सुनीता को बचा लिया गया।
महिला की बहन और देवर को कथित तौर पर उसकी पीड़ा के बारे में सूचित किया गया था, लेकिन उन्होंने उसे लेने से इनकार कर दिया. एक वीडियो में सुनीता कहती है कि जब वह बेहतर हो जाएगी तो वह आगे की पढ़ाई करना चाहती है। फ़िलहाल सुनीता का इलाज रांची के रिम्स अस्पताल में चल रहा है। वहीं, पुलिस को जल्द ही उसका बयान दर्ज करने की उम्मीद है।