पहलगाम हमले से ऑपरेशन सिंदूर तक की पूरी टाइम लाइन (फोटो सोर्स: सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: कश्मीर के खुशनुमा मौसम में जहर घोलने वालों को सबक सिखाने के लिए भारत ने मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात पाकिस्तान के 9 आंतकी ठिकनों को तबाह कर दिया है। पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने निर्देष सैलिनियों को जिस तरह मौत के घाट उतारा है, उनकी चीखें अभी भी देशवासियों के कानों में गूंज रही हैं। देश भर में आतंकियों और पाकिस्तान के खिलाफ रोष था और देशवासी भारत सरकार से आतंकिस्तान से बदला लेने का मांग रहे थे।
भारत की वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर आतंकी ठिकानों को तबाह किया और पहलगाम हमले का बदला लिया है। पीएम मोदी ने पहलगाम घटना पर कहा था कि आतंकियों और उनके सरपरस्तों को ऐसा सजा दी जाएगी जिसकी कल्पना भी उन्होंने नहीं की होगी। अबकी ऐसा वार होगा कि आतंकवाद और उनका समर्थन करने वालों की रूह कांप जाएगी।
आइए जानते है पहलगाम हमले के बाद से आज की एयर स्ट्राइक तक भारत ने पाकिस्तान की नापाक हरकतों पर लगाम लगाने के लिए कौन-कौन से कदम कदम उठाए हैं।
पहलगाम हमले के महज 15 दिनों के भीतर भारत सरकार ने पाकिस्तान पर करारा प्रहार किया है। पहलगाम हमले के बाद 24 अप्रैल को हुई सीसीएस की बैठक के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया। यह पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है।
24 अप्रैल को सरकार ने पाकिस्तान के लोगों के भारत आने पर प्रतिबंध लगा दिया है। भारत और पाकिस्तान के बीच नागरिकों का आवागमन पर भी बैन लगा दिया है। पहलगाम हमले के बाद ही पाकिस्तानियों का वीजा सरकार ने रद्द कर दिया था और 48 घंटे में उन्हें वापस पाक लौटने का आदेश दे दिया था।
30 अप्रैल से 3 मई तक गुजरात तट के पास अरब सागर में नौसेना बड़े पैमाने पर अभ्यास किया गया। इस दौरान किसी भी असामान्य गतिविधि के प्रति युद्धपोतों को सतर्क रखा गया है। हाल ही में भारतीय नौसेना ने अपने युद्धपोतों से कई एंटी-शिप मिसाइल फायरिंग कर सफलतापूर्वक लंबी दूरी के सटीक हमलों की तैयारी को साबित किया था।
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा कदम उठाते हुए 3 मई को हर तरह के व्यापार और आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार ने व्यापार नीति में नया प्रावधान जोड़ा है जिसके तहत पाकिस्तान से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष किसी भी प्रकार से उत्पादों के आयात निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गयाहै। इससे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ा है।
पहलगाम हमले के बाद भारत ने अपने हवाई क्षेत्र को पाकिस्तानी विमानों के लिए सीज कर दिया है। इससे पाकिस्तान की एविएशन सर्विस को काफी नुकसान पहुंचेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि पाकिस्तानी विमान भारत के एयर स्पेस का प्रयोग नहीं कर सकेगा। अब पाक के विमानों कई देशों के सफर के लिए लंबा रूट इस्तेमाल करना पड़ेगा जिससे उसकी विमानन सेवा पाक में महंगी और उसे अतिरिक्त फ्यूल की भी आवश्यकता पड़ेगी।
भारत ने पाकिस्तान के साथ 65 साल पुरानी सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया था। इसी के तहत 4 मई को भारत ने चिनाब नदी पर बने बगलिहार बांध से पाकिस्तान जाने वाले पानी के प्रवाह को रोक दिया था।पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत द्वारा उठाया गया यह सबसे बड़ा कूटनीतिक कदम माना जा रहा है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 5 मई को निर्देश दिया कि कई राज्यों को युद्ध की स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा के लिए मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। इसके लिए 7 मई का दिन चुना गया है। आज कई राज्यों में मॉकड्रिल होनी है। मॉक ड्रिल में खतरे की स्थिति वाला सायरन बजाया जाएगा। इस दौरान युद्ध जैसी परिस्थितियों में छात्रों और नागरिकों को सुरक्षा पहलुओं की जानकारी दी जाएगी।
पहलगाम हमले के 15 दिन बाद 7 मई को आखिरकार भारतीय सेना ने 26 जानों का बदला ले लिया है। भारतीय वायुसेना विमानों ने पाकिस्तान और पीओेके के 9 आतंकी ठिकानों को मिलाइलों से हलमा किया। इसमें कई आतंकियों के मारे जाने खबर है।
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वहीं आज देश के कई राज्यों में मॉकड्रिल होगी। देश के 295 जिलों में मॉक ड्रिल कराया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से कराए जा रहे मॉक ड्रिल का उद्देश्य लोगों में सिविल डिफेंस को लेकर जागरूकता बढ़ाना है ताकि समय आने पर वे अपनी सुरक्षा के लिए उचित निर्णय ले सकें।