मणिुपर में 9 दिसंबर तक इंटरनेट सेवा पर बैन
इंफाल: मणिपुर सरकार ने राज्य के नौ अशांत जिलों में मोबाइल डेटा सेवाओं पर प्रतिबंध नौ दिसंबर तक बढ़ा दिया है। गृह विभाग द्वारा शनिवार को जारी एक आदेश में कहा गया कि यह निर्णय इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्वी, काकचिंग, बिष्णुपुर, थौबल, चुराचांदपुर, कांगपोकपी, फेरजावल और जिरीबाम जिलों में मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के बाद लिया गया। इसमें कहा गया कि वीएसएटी और वीपीएन सहित मोबाइल इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाएं जनहित में नौ दिसंबर शाम 5.15 बजे तक निलंबित रहेंगी।
गृह विभाग द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, राज्य सरकार की अनुमति वाले मामलों में छूट दी गई है। जिरी और बराक नदियों में तीन महिलाओं तथा तीन बच्चों के शव बरामद होने के बाद राज्य में भड़की हिंसा के चलते 16 नवंबर को इन जिलों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं। सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं, शैक्षणिक संस्थानों और विभिन्न कार्यालयों के समक्ष उत्पन्न समस्याओं को देखते हुए 19 नवंबर को ब्रॉडबैंड सेवाओं पर लगाई गई रोक हटा दी थी। हालाकि, वाईफाई या हॉटस्पॉट साझा करने की अनुमति नहीं थी।
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बता दें कि हाल ही में मणिपुर पुलिस ने राज्य के कचिंग जिले में कचिंग पुलिस स्टेशन और अन्य अधिकारियों पर कथित रूप से हमला करने के आरोप में सात (7) लोगों को गिरफ्तार किया था। मणिपुर पुलिस के अनुसार, सात लोगों ने नवंबर में पुलिस स्टेशन और अन्य अधिकारियों पर हमला किया था। इस घटना के ठीक दूसरे ही दिन उन सभी आरोपियों को सुरक्षाबलों ने गिरफ्तार कर लिया।
रिपोर्ट के अनुसार, इस हमले के कारण 2 पुलिसकर्मी घायल हो गए। गिरफ्तार किए सभी आरोपियों की पहचान हो चुकी है। गिरफ्तार किए गए सात लोगों की पहचान नाओरेम जोतिश सिंह (30), क्षेत्रीमयुम राजीव सिंह (50), प्रवीण लीशांगथेम (31), पुखरामबम गोपेन (32), नाओरेम सीतलजीत सिंह (33), वेंगबाम जॉनसन सिंह (31) और क्षेत्रीमयुम अशोककुमार (30) के रूप में हुई है।
मणिपुर पुलिस ने कहा कि लोग चार अन्य लोगों की रिहाई की मांग कर रहे थे, जिन्हें 16 नवंबर को एक निर्वाचित सदस्य की संपत्ति में तोड़फोड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। मणिपुर पुलिस द्वारा एक्स पोस्ट में लिखा गया है, “28.11.2024 को, मणिपुर पुलिस ने 7 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने काकचिंग पुलिस स्टेशन और पुलिस कर्मियों पर हमला किया था, जो 27.11.2024 को अपनी ड्यूटी कर रहे थे। यह हमला 16.11.2024 को एक निर्वाचित सदस्य की संपत्ति में तोड़फोड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए चार व्यक्तियों की रिहाई की मांग के लिए किया गया था। इस हमले में 2 पुलिस कर्मी घायल हो गए।